18 Dec 2015

सिद्ध वशीकरण काजल.

सबसे पहले आप ये जान लें कि वशीकरण का अर्थ होता है दूसरे व्यक्ति को अपने मनोनुकूल बनाना यानि ऐसा इंसान जिस पर वशीकरण का प्रयोग किया जाता है, उसे आपकी हर बात को मानना ही होता है भले ही ऐसा करने से उसका नुकसान क्यों न हो रहा हो।

किंतु ध्यान रहे इस विधि का दुरुपयोग के लिए प्रयोग निषिद्ध है और यदि किसी ने ऐसा किया तो उसे इसका दुष्परिणाम भुगतना ही होता है।

1. इसका इस्तेमाल प्रेम संबंधों को फिर से सुधारने के लिए भी किया जाता है।

2. इस साधना के द्वारा अपने पसंद के व्यक्ति से विवाह किया जाता है।

3. काजल वशीकरण साधना के द्वारा व्यापार को बढ़ाया जा सकता है।

4. काजल वशीकरण के द्वारा समाज में एक अलग जगह बनाई जा सकती है।

5. इस विद्या के द्वारा शत्रु को मित्र बनाया जा सकता है।

6. काजल वशीकरण के द्वारा मनचाही सफलता प्राप्त की जा सकती है।

7. इसके द्वारा किसी के दिमाग में अपने लिए ख़ास जगह बनाई जा सकती है।

8.इसके द्वारा पति और पत्नी के बीच सम्बंधों को सुधार जा सकता है।

9. अपने खोये हुए प्रेम सम्बन्ध को वापस पा सकते हैं।

10. व्यापारिक समस्याओं का समाधान भी किया जा सकता है।

11. इसके द्वारा हम हमारे अधिकारियों को भी पुर्णता: अनुकूल बना सकते है।

12. इसके द्वारा देवी देवताओं की कृपा को भी खींचा जा सकता है।

काजल वशीकरण को सम्मोहन के नाम से भी जाना जाता है जिसका आसान मतलब होता है किसी को अपने कंट्रोल में करना अर्थात किसी के दिमाग पे अधिकार करना।

इस साधना में अक्सर लोग काले जादू का इस्तेमाल करते हैं जो की जीवन के लिए घातक सिद्ध होता है अतः ये निवेदन है की बुरी शक्तियों से आप अच्छाई की उम्मीद न रखे अन्यथा हानि होने की आशंका रहती है।
इस साधना के दौरान नकारात्मक न सोचे और ना ही ऐसे लोगो के साथ रहे जो नकारात्मक सोचते हैं।सही मार्गदर्शन में साधना करने से सफलता अवश्य मिलती है.

m.bhaskar.comnewsc-8-857430NOR.html?pg=0&referrer_url=

ये लिंक है जिसमे ये लिखा हुआ है- " इंदौर में पांच हजार से भी ज्यादा चमगादड़ों और उल्लुओं की जान पर बन आई थी।प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बड़े पैमाने पर नेताओं और प्रभावशाली लोगों ने चमगादड़ और उल्लुओं के काजल का ऑर्डर दिया था। यही काजल बनाने के लिए तीन हजार से ज्यादा चमगादड़ों और उल्लुओं को मारकर काजल बनाया गया और उसे दीपावली की रात को सिद्ध किया गया। सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र के एक गोदाम में तांत्रिक पंडित ने इन चमगादड़ों को 15 दिनों से इन्हें जलाकर काजल बनाने के लिए रखा हुआ था"।

ये वशीकरण काजल बनाने का सबसे बडा गलत तरीका है,इस प्रकार का काजल हम जडी-बुटीयो के माध्यम से भी बना सकते है।जडी-बुटीयो से बना काजल हानिकारक नही होता है और शीघ्र फलप्रद होता है।जब हम काजल आंखों मे लगाकर किसी विषेश व्यक्ति को मतलब जिसे वश करना हो उसको देख कर मंत्र 3 बार बोले और उसी मंत्र का 1 माला जाप घर पर जाकर गोपनीयता से करे तो जिसे देखकर हमने 3 बार मंत्र बोला था "वह व्यक्ति 3-4 दिनो मे हमारे अनुकुल हो जाता है",मंत्र का जितना ज्यादा जाप करेंगे उतना ही ज्यादा असर देखने को मिलेगा।

अक्सर यह विधान गाँव के देहाती लोगो मे प्रसिद्ध है और इस विद्या के पिछे उनका मकसद जंगली प्राणियों को वश मे रखने हेतु पुराने समय मे प्रचलित था।आज के समय मे इसी विधान से हम लोग लाभ प्राप्त करके हमारा जिवन सुखी बना सकते है।

यह काजल मैने बहोत से लोगो को बनाकर दिया है और उनको निच्छित लाभ भी प्राप्त हुआ है।यह काजल वशीकरण यहा देने के पिछे मेरा एक विचार है जैसे अब तक बहोत कम लोगो ने "किसानों के मदत हेतु" योगदान दिया है।अब मै चाहता हु गरीब किसानों के मदत हेतु आप से सहयोग प्राप्त हो क्युके इस वर्ष फसल बहोत ज्यादा खराब हुआ है और जो रुपया किसानों ने फसल मे लगाया था वो भी नही निकाल सके,बहोत बडे नुकसान के कारण किसान परेशान है।
उनके परेशानी को हम लोग कुछ हद तक कम कर सकते है,इसलिये यह "वशीकरण काजल" आपको 750/-रुपये की सहयोग राशी देने पर प्राप्त होगा। इसमे 50 रुपये बैंक के इंटरसिटी चार्जेस मे कट जाते है और 100 रुपये आपको काजल भेजने का हमे खर्च आयेगा,100 रुपये काजल बनाने मे खर्च होगे।तो बचे अब 500 रुपये जो गरीब किसानों के मदत हेतु उन तक पहोचाये जायेंगे।

आपने देखा होगा आज के समय मे वशीकरण के नाम पर कुछ लोग हजारो रुपया लुट रहे है। यहा कोइ लुट नही चल रहा है यहा सिर्फ आपका मदत और आपके माध्यम से किसानों का मदत कार्य हो रहा है। इस बार मदत का माध्यम वशीकरण काजल है जो प्रामाणिक वस्तु है और अपना असर दिखा देता है। इससे पहीले भी मेरे आर्टीकल मे मैने किसानो के मदत हेतु आपसे विनती कि है,जिसका परिणाम कुछ लोगो ने मदत हेतु सहयोग राशी दिया हैं परंतु सहयोग राशी देते समय उसके बदले मे उन्होने मुझसे कुछ तान्त्रिक वस्तुओं का मांग किया और वह उन्हे मिला है। मै ज्यादा तर किसीको नाराज नही करता हू भले ही उन लोगो मे इतना पात्रता नही था जो तांत्रिक वस्तुओं से जिवन के अंधकार को दुर कर सके परंतु उनके भावनाओं को देखते हुये मुझे मजबूरन उनको वह देना पडा जिससे आज उनके जिवन मे उनको खुशियां प्राप्त हुयी है।

आप सभी को आपके कार्य मे सफलता प्राप्त हो येसा ही मै मातारानी से प्रार्थना करता हू.....



आदेश.....