2 Jul 2014

कर्ण पिशाचिनी साधना




यह अत्यंत उग्र साधना है और शीघ्र फलप्रद है,इस साधना से सिद्धि ना मिले यह तो सम्भव ही नहीं है इसलिये यह साधना संपन्न करना योग्य है.यह साधना ऐसे व्यक्तिओ को सिद्ध है जिनके पास कोई भी जाये तो वह साधक बहुत-भविष्य-वर्तमान काल सहज ही बता देते है.
यह साधना मै भी करना चाहता हु और यह साधना संपन्न करने का योग्य समय श्रावन माह है जो अभी आनेवाला है,यह माह हर तांत्रिक साधना के लिए उत्तम माना जाता है.श्रावन माह में सभी तांत्रिक शिव साधना और इतर योनि साधना ही करते है,महत्वपूर्ण बात यह है की इस साधना में किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है और साधना सिद्ध होने के बाद साधक के परिवार को भी डरने का जरुरत नहीं है क्युकी इस मन्त्र के प्रभाव से साधक का सदैव रक्षा होता है.






मंत्र-

।। ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नृम ठं ठं नमो देव पुत्री स्वर्ग निवासिनी,सर्व नर नारी मुख वार्ताली,वार्ता कथय,सप्त समुद्रान दर्शय दर्शय,ॐ  ह्रीं श्रीं क्लीं नृम ठं ठं फट स्वाहा ।।


साधना विधि-
एक वाराह (जंगली सूअर/शूकर दंत) दन्त अपने आसन के निचे रखे और साथ में सेई का काटा रखिये,आसन लाल रंग का हो माला रुद्राक्ष या लाल हकीक का हो,वस्त्र भी लाल रंग के हो,दिशा दक्षिण हो,सामने तेल का दिया सुगन्धित इत्र डालकर जलाये और धुप भी जलाये,साधना शुक्रवार से प्रारम्भ करे,नित्य २१ माला मन्त्र जाप करना आवश्यक है.वाराह दन्त वाराह के नैसर्गिक मृत्यु से प्राप्त हो यह इस साधना का गोपनीय सूत्र है.






 ।। इती श्री सदगुरु चरणार्पनमस्तु ।। 

 

 

 

 

 

वशीकरण साधना
मैंने एक विधान ढूंढा है जो शत प्रतिशत प्रभावशाली है,जिसका प्रभाव १००% होता ही है और नसीब से इसका सामग्री भी मिल गया है जो आज तक मेरे लिये असंभव था,इसलिये जो भी व्यक्ति यह विधान प्राप्त करना चाहते है वह संपर्क कीजिए.

amannikhil011@gmail.com 


4 Feb 2014

AGHOR SHIV SADHANA



कितना भी लिखने का प्रयास करू परंतु मेरे इष्ट शिव जी का स्तुति मेरे लिये संभव नहीं,क्यूके उनका हर रूप निराला है उनकी पुजा किसी भी समय कीजिये अनुभूतिया तो येसा-येसा मिलेगा के सम्पूर्ण जीवन उनके गुण-गान गाने मे ही निकल जायेगा,येसा समय आज तक शिवभक्तों के जीवन मे नहीं आया होगा जिस दिन उन्हे शिव कृपा प्राप्त ना हुआ हो,आज एक दिव्य साधना दे रहा हु जो मेरा ही बल्कि बहोत से शिव भक्तो का अनुभूतित साधना है और एक बात इस साधना को किए बिना चाहे कितना भी महाविद्या साधना कर लीजिये प्रत्यक्ष अनुभूतिया शीघ्र नहीं मिलेगा,इसलिये “अघोर शिव साधना” प्रत्येक साधक के जीवन मे लक्ष्य प्राप्ति के और बढ़ने का एक आसान सा मार्ग है,जिसने अघोरत्व प्राप्त कर लिया वह तो जीवन मे सब कुछ प्राप्त कर लेता है अन्यथा जीवन जीने का हर एक अंदाज व्यर्थ ही इच्छा पूर्ति हेतु गमा देता है,यह साधना सिर्फ महाशिवरात्रि के महापर्व पर ही किया जाता है अन्य दिवस इस साधना के लिये उपयोगी नहीं है॰इस साधना से सभी प्रकार के ग्रह दोषो से मुक्ति मिलता है,सभी साधना मे पूर्ण सफलता है,सभी प्रकार के तंत्र से रक्षा प्राप्त होता है अगर पुराना कोई मंत्र-तंत्र दोष किसी साधक के जीवन मे हो चाहे वह इस जन्म का हो या पूर्वजन्म को हो तो समाप्त हो जाता है,चाहे साबर मंत्र हो,वैदिक हो या अघोर मंत्र हो इनमे इस साधना को सम्पन्न करने के पच्छात पूर्ण सफलता मिलता है,साधना के समय शरीर मे बहोत ज्यादा गर्मी महसूस होगी येसे समय मे घबराना मत और साधना को अधूरा नहीं छोड़ना है,येसे समय मे दुर्गंध या डरावना आवाज आसकता है तो यह आपका साधना सफलता है जिसे आपको महसूस करना है,इस साधना के माध्यम से भोले बाबा भक्तो को स्वप्न मे दर्शन भी प्रदान करते है और आशीर्वाद भी..............


प्रार्थना:-
जय शम्भो विभो अघोरेश्वर स्वयंभो जय शंकर ।
जयेश्वर जयेशान जय जय सर्वज्ञ कामदं ॥



मंत्र-



॥ ॐ ह्रां ह्रीं हूं अघोरेभ्यो सर्व सिद्धिं देही देही अघोरेश्वराय हूं ह्रीं ह्रां ॐ फट ॥


Om hraam hreem hoom aghorebhyo sarv siddhim dehi dehi aghoreshwaray hoom hreem hraam om phat

इशान्य दिशा के और मुख हो,आसान-वस्त्र काले रंग के उत्तम होते है परंतु आपके पास जो भी हो उसे ही इस्तेमाल करे,माला रुद्राक्ष या काले हकीक का हो,पारद शिवलिंग हो तो टिक है या फिर जो भी शिवलिंग का पूजन आप करते है उसी पर साधना सम्पन्न करे,साधना से पूर्व गुरु गणेश पूजन करे और लोहे के कील से अपने आसन को गोल-गोल “ॐ रं अग्नि-प्रकाराय नम:” मंत्र बोलकर घेरा बनाये,जिससे आपका अदृश्य शक्ति से रक्षा हो,माथे पर महामृत्युंजय मंत्र बोलकर बस्म+चन्दन से तिलक करिये,साधना समाप्ती के बाद पाच बिल्वपत्र+दुग्ध युक्त जल,अक्षत(चावल),गंध,वस्त्र,पुष्प,लड्डू का भोग,दक्षिणा मुख्य मंत्र बोलकर चढ़ाये,इस साधना मे 11 माला मंत्र जाप करना है,साधना एक दिवसीय है परंतु तीन दिन तक करने का प्रयास कीजिये ताकि सर्व कार्य नीर्वीघ्न पूर्ण हो॰आपको भोले बाबा का आशीर्वाद प्राप्त यही कामना करता हु.........




AGHOR SHIV SADHANA

How can I even try to write for me, but not my favored praise of Shiva, Kyuke is infrequent as they each enter their worship at any time Anubhutia will then Yesa Yesa-singing songs of the entire life on their properties will be eliminated, Yesa Shivbkton time ever in life would not be the day that they had not received the grace of Shiva, which occurred today, giving a divine worship Shiva devotees of my own rather than bringing Anubhutit cultivation and the cultivation without a point no matter how Take practice mahavidya direct Anubhutia will not soon, because "Agor Shiva Silence" in the life of each believer and the goal is to grow a simple way, which acquired Agortw he derives everything else in life, lifeComplete success in all kinds of mechanisms to protect the old receive a mantra-system defects occur in the life of any believer, whether the birth or if the birth is over, whether suede mantra, Vedic Agor mantra or the practice regarding the holding of these Pchchhat get full success, practice time will feel the heat in the body garner Yese not leave in time, be confident and cultivation is incomplete, Yese funk in time or if the scary voice Askta It is the success of your practice that you have to realize, through the practice appeared in a dream to provide Bhole Baba devotees and blessed ..............

Mantra:-

. Om hraam hreem hoom aghorebhyo sarv siddhim dehi dehi aghoreshwaray hoom hreem hraam om phat.


At the same practice to perform, prior to practice to master Ganesh puja and iron nail your posture round "co Prkaray fire-damp:" mantra spoken hoop made, so you're protected by invisible power, forehead Mahamrityunjaya Bsm + Chandan Tilak please speak mantra, meditation after finishing five Bilvptr + milk containing water, rice (rice), smell, textile, floral, sweet indulgence, alms offered by speaking the mantra, chanting the rosary is 11 in practice Sadhana is a day for three days, but please try to do so all the blessings of Baba Bhole Nirwign full me.




Aadesh..........


2 Feb 2014

ITAR YONIYA-YAKSHINI & BOOT..........


औघड़ गोलक के साथ आपको होली का बभूत भेजा जा रहा है और गोलक को हमेशा बभूत मे ही रखना है अन्यथा आपको परेशानी हो सकता है क्यूके गोलक के साथ हमेशा शक्तिया घूमता-फिरता रहेता है जिन पर उनको बभूत मे रखने से काबू पाया जाता है,आपको इस के ऊपर किया जाने वाला हर साधना भेजा जाएगा अभी तो सिर्फ 2 साधना ये भेज रहा हु,आप जब भी साधना करे तो आपको औघड़ गोलक को जब भी साधना मे स्थापित करना हो तो आप चावल या कोई भी बभूत का ढेरी बनाये और उसिपे औघड़ गोलक को स्थापित कीजिये,साधना के समय गोलक का भी पूजन आवश्यक है,पूजन सामान्य पद्धती से करना है सिर्फ जल चढाना वर्जित है॰गोलक को सिर्फ साधना काल मे ही स्थापित रखिये बाकी समय बभूत के साथ डिब्बिया मे रखिये अगर आपको महसूस हो रहा हो के आपके उपर किसी प्रकार का तंत्र-मंत्र का बाधा है तो थोडासा बभूत डिब्बिया से निकाल कर अपने आपको या फिर पीड़ित को बभूत का तिलक महामृत्युंजय मंत्र बोलकर करे तुरंत असर होगा,तिलक शाम को गौधूलि वेला मे करना आवश्यक है बाकी समय मे करने से असर धीमा होता है कार्य पूर्ति के बाद किसी गरीब को कुछ दान कर दीजिये तो आपको भी अच्छा लगेगा और हा अगर घर के ऊपर तंत्र-मंत्र का बाधा हो तो बभूत को एक ग्लास पानी मे मिलाकर पूरे घर मे जल के छीटे लगा दीजिये समय गौधूलि वेला ही होगा.............विशेष कार्य को जाते समय अपना कामना गोलक को स्पर्श करते हुये बोलिये और कार्य को सम्पन्न कीजिये फायदा मिलेगा॰



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यक्षिणी साधना

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इस साधना से 100% यक्षिणी प्रत्यक्ष होती है और आप का कामना पूर्ण करती है,यह साधना किसी भी शुक्रवार से आप कर सकते है,साधना पाच दिवसीय है इसमे आपको प्रथम और आखरी दिवस अनार का बली देना है और रोज लड्डू का भोग लगाना है,जब यक्षिणी प्रत्यक्ष हो तो उसके हाथ मे एक लड्डू देना है,साधना काल मे आपको कर्पूर का सुगंध आयेगा तो समज जाना चाहिये के आप साधना मे सफल हो रहे हो,यह साधना आपको आपको 1-2 बार करने से पूर्ण सिद्ध हो सकती है,मंत्र भी आसान है जो तांन्त्रोक्त बीजो से युक्त अघोर है जो इस दुनिया के किसी भी किताब से प्राप्त नहीं हो सकता है,गुर परंपरा से मंत्र अभी भी गोपनिय है जिसे औघड़ गोलक के साथ आपको भेज रहा हु आपका ई-मेल चेक कीजियेगा,इस साधना मे कोई भी गलती ना होने दीजिये रोज 21 माला जाप रात्रि मे 10:30 बजे से शुरुवात करना है,गोलक को चावल के ढेरी पर स्थापित करके उसको देखते हुये मंत्र जाप कीजिये,माला रुद्राक्ष का चाहिये,साधना काल मे सत्य बोले किसिका दिल ना दुखाये और यक्षिणी को प्रत्यक्ष करने मे आप अपना 100% दीजिये पूरे लगन से साधना कीजिये,परिणाम का चिंता ना कीजिये सिर्फ साधना के सफलता पर ध्यान दीजिये,यह एक जादुई मंत्र है जिसका असर बहोत गज़ब का है,इस साधना से जहा यक्षिणी प्रत्यक्ष होती है वही साधक का कुंडलीनि भी जाग्रत होता देखा गया है और असंभव से संभव मनोकामना भी पूर्ण होता है,चाहे मनोकामना प्रेम के प्रति हो या रोजगार के प्रति हो पूर्ण तो होता ही है॰कोई भी साधना के प्रति परेशानी हो तो कॉल कीजियेगा.............


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भूत सिद्धि साधना

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यह बहोत आसान सा साधना है जिसे 11 दिन तक करना है और सिर्फ 21 माला मंत्र जाप करना है इसमे भी लड्डू को भोग लगाना है और जब भूत प्रत्यक्ष हो तो उससे वचन मांगे जो भी आप चाहते है,इस साधना से अन्य देवी-देवता के दर्शन प्राप्त करने मे बहोत मदत मिलता है यह एक कटु सत्य है उन लोगो के लिए जो भूत साधना को खराब मानते है,जहा देवी-देवता के दर्शन के लिए साधक व्यर्थ ही कई वर्ष लगा देते जहा की भूत के माध्यम से यह कार्य कुछ ही महीनो मे हो जाता है,दिशा-दक्षिण आसन-वस्त्र काले रंग के हो समय रात्रि मे 10 बजे के बाद,साधना के लिए आवश्यक सामग्री एक मट्टी का दिया,सरसो का तेल,काजल और चावल,औघड़ गोलक॰साफेद वस्त्र पर काले रंग के काजल से पुरुष आकृति बनाना है,इस वस्त्र को चावल के ऊपर स्थापितकरना है,आकृति मे पुरुष के हृदय पर औघड़ गोलक स्थापित कीजिये और गोलक को देखते हुये मंत्र जाप करना है,साधना समाप्ती के बाद लड्डु गरीबोमे बाट दे और सफ़ेद वस्त्र को जल मे प्रवाहित कर दे॰ यह मंत्र भी किसी भी किताब से प्राप्त नहीं हो सकता है और साधना अच्छे कार्यो को सम्पन्न करवाने के लिए कीजिये अन्यथा आपके हानी का जिम्मेदार मै नहीं हु बाकी साधना हेतु मै गारंटी लेता हु॰साधना से पूर्व एक बार मुजसे संपर्क कीजियेगा,बाकी सूत्र भी बता दुगा..............




श्री-सदगुरुजीचरनार्पणमस्तू.............. 

21 Jan 2014

मोहिनी विद्या-वशीकरण साधना (MOHINI VIDYA-VASHIKARAN SADHNA.)



कई दिल टूटते है कई दिल जुडते है,आज का विषय विशेष सबके के लिये है क्यूके किसिने ने ठिक ही कहा है “दिल बड़ा डरपोक होता है इसिलिये दिल की बात जुबा पर आकर रुक जाती है और जिंदगी भर का दुख देकर रह जाती है”,अब यहा पर प्रेम को समझना तो कठीण है फिर भी प्रयास करता हु.........
वो है तो जीवन है,वो आंखो के सामने हो तो खुशी होती है ना हो तो बैचेनी होती है,हर वो उसकी बात अच्छी लगती है चाहे वो फिर कुछ भी कह दे...............
इससे ज्यादा मै नहीं लिख सकता परंतु यहा से शायद शुरवात होती है,शुरवात होने से क्या होगा जब आप प्रेम करते हो तो बोल क्यू नहीं सकते,क्या समय जाने के बाद बोलेगे,प्रेमवीरों को येसा लगता है इजहार करना मतलब जंग लढने के बराबर है जीतेगा वही जिसे आगे से अच्छा वही सुनने मिलेगा जो इस के ने दिल ने उसे कहा हो,वारे मेरे शेरो............,ये सब उन लोगो का कहानी है जिसे सुन-सुन कर मेरा पी॰एच॰डी हो गया,अब ये सब सुनने का शक्ति मेरे अंदर नहीं “भाई जी बचालों उसका शादी होने वाला है(रोते हुये बोलते है),नहीं तो मै मर जाऊंगा(इस लाइन पे ज्यादा रोते है)”॰
आज यहा पर मोहिनी विद्या से संबन्धित साधना दे रहा हु,जिसका मंत्र बहोत से लोगो ने कही ना कही पढ़ा होगा परंतु सफलता मिला नहीं क्यूके साधना के गोपनीय सूत्र इन्हे पता नहीं थे,साथ ही एक अनुभव भी बता रहा हु जो इस साधना से जुड़ा हुआ है..........
इस बार २०१३ दिवाली के अवसर पर ग्रहण था,ग्रहण का काल ५ घंटे का था उस समय मेरा साधना ३:४५ घंटे मे पूर्ण हुआ और कुछ समय बाकी था ग्रहण पूर्ण होने मे येसे समय पर मुजे मेरे डायरी मे यह मंत्र मिला,नसीब से साधना का सामग्री मेरे पास था ही तो मैंने सोचा ये मंत्र जाप कर लेते है,तो ३०-४० मिनिट तक जाप किया और सरसों के तेल से १०८ बार मंत्र बोलकर आहुति दे दिया और हवन मे एक नींबू का बली दे दिया,बस हो गयी साधना.................साधना का आवश्यकता तो मुजे पड़ा नहीं,परंतु कुछ दिन पूर्व मेरा एक मित्र मेरे पास आया वो भी प्रेमवीर है अब और होना क्या था उसने अपनी अत्यंत दुखभरी कहानी सुनाई “मै प्रेम उससे बहोत करता हु परंतु कह नहीं पाता कुछ,तू कुछ करदे यार अमन मेरे लिए नहीं तो मर जाऊंगा उसके बिना”॰ तो मैंने जैसा मोहिनी मंत्र विधि के बारे मे सुना था उस हिसाब से मिठाई पर १०८ बार मंत्र बोलकर मिठाई को दम किया और उसे बोल दिया जाकर लड़की को युक्ति से खिलादे,जैसा उसे बोला वैसा ही उसने किया परंतु ४-५ दिन हो गये कुछ असर नहीं हुआ,वह फिर मेरे पास आया और अपनी कहानी सुनाई और रोने लगा...............मैंने तो आप सभी के तरहा यही सोचा यार मंत्र येसा ही है ये प्रभावी नहीं है शायद फेक है.........और भी कुछ..........,उस समय सदगुरुजी की एक बात याद आयी सही विधि जानते हो तो असर होगा और मंत्र कभी निष्फल नहीं होते निष्फल साधक होता है,इसलिये फिर से प्रयास करने के बारे मे सोचा और एक पुराने साबर विद्या के विषय मे ज्ञान रखने वाले मित्र से पूछा तो उसीने मेरा सहायता किया और प्रामाणिक विधि बताई जिससे मेरे मित्र का कार्य आसानी से कम समय मे ही पूर्ण हो गया,वशीकरण का प्रभाव भी अच्छा हुआ..................आज कुछ दिनो से मेरा प्रेमवीर मित्र बड़ा ही खुश है॰
अब इस बार आपकी बारी है आप भी इस प्रयोग को कीजिये और सच्चे प्रेमवीर के तरहा अपना प्रेम प्राप्त कीजिये जिस पर आपका हक है,किसी और के हाथो मे ना जाने दे नहीं तो सारा जीवन खराब हो जायेगा,भाई अब मेरा भी इच्छा नहीं है येसा “एक था प्रेमवीर”की कहानी सुनने का............थक गया मित्रो मै येसा कहानी सुन-सुन कर,क्षमा करे परंतु यह सत्य है कृपया इसको दिल पर मत लीजिये............


मोहिनी मंत्र:-



ॐ नमो आदेश गुरु का । मोहिनी मोहिनी कहा चली । बाहर खुदाई काम कन चली । फलानी फलाने को देखै,जरै मरै । मेरे को देखकर पायन पडै । छु मंत्र काया ,आदेश ,गुरु की शक्ती ,मेरी भक्ति ,फूरो मंत्र ईश्वरो वाचा ॥




किसी भी शुभ मुहूर्त मे इस मंत्र का आसन पर बिना हिले-डुले रुद्राक्ष माला से ११ माला मंत्र जाप कीजिये और मंत्र जाप के बाद १०८ बार मंत्र बोलते हुये सरसो के तेल से हवन मे आहुती दीजिये,हवन मे पूर्ण आहुती के बाद नींबू का बलि मंत्र बोलकर देना है और थोडासा उसी नींबू का रस नींबू को निचौड कर डाल दीजिये,यहा मंत्र सिद्धि पूर्ण होता है,दिशा-पच्छिम वस्त्र लाल रंग के उचित है॰
मंत्र सिद्धि के बाद ५ प्रकार के जड़ी-बूटी का पाउडर बनाना है और उसीपे १०८ बार मंत्र बोलकर ३ फूँक मारे फिर जिसको भी खाने मे देगे वह आपके अनुकूल होगा,यह क्रिया आप अपने लिए भी कर सकते है और किसी और व्यक्ति के लिये भी कर सकते हो,यह ५ प्रकार के जड़ी-बूटी पंसारी के दुकान मे मिलता है परंतु इसमे “पायजोड़ी” नामक जड़ी-बूटी मिलना शायद मुश्किल हो परंतु धुंडीये मिल जायेगा किसी-ना-किसी दुकान मे,आप एक बार यह ५ प्रकार का जड़ी-बूटी कही से प्राप्त कर लेते है तो आपको इसमे बहोत सारे कार्य बन जायेगे क्यूके इसमे येसा नहीं “एक बार पाउडर बनाओ तो एक ही बार काम मे आये,जब तक पाउडर समाप्त ना हो तब तक काम मे आयेगा”,इस ५ प्रकार के जड़ी-बूटी के नाम है -
1)हाथजोडि,2)पायजोडि,3)इंद्रजाल,4)मोहिनीजाल,5)मायाजाल.

अगर आपको यह असली जडि-बुटिया प्राप्त हो तो पावडर बनाये और लाभ उठाये.जडि-बुटिया ना मिले तो निराश नही होना "मेरे पास पावडर तय्यार है,जो जिसे बनाने की लागत का खर्च 1900 रुपये है और मै आपको 2070 रुपये मे दुगा",बात येसा है जब बैंक मे कोई पैसा डालता है तो बैंक वाले 50 रुपया कट कर देते है और 20 रुपये पैकिंग का खर्च है,100 रुपये कुरीयर का खर्च.इसलिये आपको यह पावडर 2070 रुपये मे मिलेगा.जडि-बुटियो की किमत भी लिख देता हु-


1)हाथजोडि-800 रुपये
2)पायजोडि-850 रुपये
3)इंद्रजाल-50 रुपये
4)मोहिनिजाल-100 रुपये
5)मायाजाल-100 रुपये.


ये सभी असली मिलने वाले सामान का राशी है और डुप्लीकेट सामान तो इससे थोडा सस्ते मे मिलता है,कुल 200 रुपये का फर्क पडेगा कुछ ज्यादा नही.पहिली बार पाचो जडि-बुटियोका फोटो भी दे रहा हू मित्रो.जिन्हे तय्यार पावडर चाहिये वो लोग हमसे सम्पर्क करे.


मेरे ई-मेल आय॰डी॰ - amannikhil011@gmail.com


और हा विषय मे प्रेमवीर लिखना मत भूलिये हा हा हा ............क्षमा करे,मज़ाक कर रहा हु.......स्माइल.......



Academic siren captivate Silence
(MOHINI VIDYA-VASHIKARAN SADHNA.)


Many hearts are broken many hearts Judte, today's theme is special for everyone Kyuke Kisine said he is OK "Therefore, the heart is big timid heart is stopped at Juba and suffering of life leaves him" Now here's the tough love, but then tries to understand Hu .........
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I can not write much, but here it is probably undergo is triggered, you will undergo is triggered by being in love, if you can not speak the cue, after what time Bolege, Premviron meant to express the Yesa think war is equivalent to Ldne The next hearing of the good that will win the hearts of those who told him this is my Shero ............ Ware, is the story of all those people that hear-hear my drink. HD is, now all that power inside of me not listening "is going to marry her brother-in-law Bchalon (will cry speak), otherwise I will die (on the line is much weeping)".
I am here today on the siren to give lore related discipline Hu, whose mantra was not made to be read by people from bringing success but did not know him Kyuke Silence confidential sources, as well as an experience telling Hu also linked to this practice Has happened..........
Diwali 2013 was assumed at the time, it was assumed that the period of 5 hours of 3:45 hours in my practice was completed and took some time to be completed in the time Yese Muze people I met on this mantra, luck Silence of the content was the same, so I thought I would have chanted the mantra, then 30-40 minutes and mustard oil chanted mantra 108 times, gave voice offerings and ritual sacrifice in giving a lemon, just delusional ................. practice of meditation need not have Muze then, but a few days ago a friend of mine came up to me now and be what he was Premvir his extremely sad story hear "I love him, but can not say something extremely Who does, you will die some impediment man of peace, not for me without him." I had heard about a similar method siren chants that mantra 108 times, depending on the sweet sweet voice the pot and broke it, and the girl from the device Khilaade, as he spoke, but he did so 4-5 days have had no effect, he came to me again and told his story and wept ..... .......... I love you all the same thought Trha Yesa mantra is not only the effect is probably fake and some ........ ......... .., then remembered the one thing right method of Sdguruji know the impact and spells are not sterilized sterilized seeker never happens, so thought about trying again and knowledgeable in the subject of an old suede lore friends I asked my help specie and explaining how authentic the work of my friends was easily completed in a short time, the effect is good .................. Captivate Today few days Premvir friend of mine is very happy.
You can also use this time now it's your turn to enter the true Premvir Trha secured his love which is your right, not in the hands of someone else and not let your whole life will be ruined, brother, now I do not even wish Yesa "was one Premvir" Friends, I am tired of hearing the story ............ Yesa of hearing and hearing the story, sorry but it's true, please do not take it to heart ..... .......


In the seat of the mantra without any auspicious Rudraksha beads and move motionless Top 11 garland chanting and chanting the mantra 108 times Speaking of mustard oil on the fire, please Ahuti, lemon sacrificial ritual in full after Ahuti The mantra is to give voice and slightly to the lemon juice lemon Nichaud Pour mantra here is absolute perfection, direction-west is appropriate to wear red.
After spells accomplishment 5 kinds of herbs to powder and 3 Useepe voice breathed mantra 108 times, which killed then shelve it in the food you will adapt to this action you can do, and also for another person can do it in 5 types of herbs in the grocery store to get it, but "Pijodi" to get the herbs will probably be hard to find someone-not-a shop in Dhundiye But, once you type the 5-studdedThe name of the herb -

1)हाथजोडि,2)पायजोडि,3)इंद्रजाल,4)मोहिनीजाल,5)मायाजाल.

If you get this real Jdi-Butia powder made and then not get the benefit Utayeljdi-Butia not be disappointed, "I have prepared powder, which make the cost of which is Rs 1,900 and Rs am in the 2070 Duga" , Yesa thing when someone puts money in the bank, so the bank would have to cut 50 rupees and 20 rupees is spent packing, courier Rs 100 to Rs 2070 in Krckisliye powder Milegazjdi-Butio you write the Price Hu- means
1) Hathjodi Rs -800
2) Pijodi Rs -850
3) magic 50 bucks
4) Mohinijal Rs -100
5) -100 Rs illusion.
The sum of all goods received is genuine and duplicate stuff to get it on some cheap, some will have a difference of Rs 200 times more Nhikphili Pacho am giving Jdi-Butioka photos Mitrokjinhe powder prepared us they want Contact.
My e-mail I. D. - amannikhil011@gmail.com
Do not forget to write on the subject Premvir ha ha ha ha ............ sorry, joking smile Hu ....... .......

आदेश..................



18 Jan 2014

श्मशान काली सिद्धि दिवस


श्मशान काली सिद्धि दिवस (29/01/21014) को सभी वर्ग के साधक अत्यंत श्रेष्ठ मुहूर्त मानते है,येसे पावन पर्व पे अगर श्मशान काली साधना किया जाये तो यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात होगी.........इसी दिवस पर श्रेष्ठ साधक सुरक्षा कवच का निर्माण करते है जो उन्हे वर्ष तक सहाय्यक होता है,परंतु आज हम बात करेगे श्मशान काली जी का जिनका रूप अत्यंत भव्य है जिसका कोई स्तुति नहीं कर सकता है,परम पूजनीय आदिगुरु शंकराचार्य जी ने श्मशान काली जी की स्तुति पूर्ण चैतन्ययुक्त शब्दो मे कियी है जिसका नाम है “काली श्मशानालयवासिनीम स्तोत्र”मे किया है,इस स्तोत्र का पाठ करने से माँ भक्तो को जहा दर्शन देती है वही सभी समस्याओ से मुक्त भी करती है............मेरा नम्र निवेदन है आपसे इस स्तोत्र को आप प्राप्त कीजिये और कम से कम रोज एक पाठ इस दिवस से शुरू करते हुये एक वर्ष तक कीजिये तो आपको तंत्र शक्ति प्राप्त होगा जिसके माध्यम से आप गुरुकार्य कर सकते हो और अपना साधनात्मक कद भी आगे बढ़ा सकते हो...........इसी विषय को समजते हुये तंत्र के महान साधकोने श्मशान काली साधना करके अपने जीवन को बाधामुक्त,भयमुक्त एवं दोषमुक्त बनाया जिसके बाद उन्हे प्रत्येक साधना मे निच्छित सफलता मिला,यह कोई आम बात नहीं येसे तांत्रिको को हमे सदैव धन्यवाद करना चाहिये जिन्होने श्मशान तंत्र को भी जीवित रखा नहीं तो आज हम लोग येसे मंत्र प्राप्त नहीं कर पाते॰
आज यहा मै सौम्य श्मशान काली साधना दे रहा जिसके माध्यम से बहोत सारे भौतिक और आध्यात्मिक सफलताये प्राप्त होती है,इस साधना से हर समस्या का समाधान प्राप्त होता है इसीलिये मुजे लगता है के ज्यादा कुछ लिखने का आवश्यकता नहीं है...........

विनियोग:-


        अस्य श्मशानकाली मंत्रस्य भृगुऋषी: । त्रिवृच्छन्द: । श्मशानकाली देवता । ऐं बीजम । ह्रीं शक्ति: । क्लीं किलकम । मम सर्वेष्ट सिद्धये जपे विनियोग: ।


ध्यान:-


                   अन्जनाद्रिनिभां देवी श्मशानालय वासीनीं ।
                   रक्तनेत्रां मुक्तकेशीं शुष्कमांसातिभैरवां ॥
                   पिंगलाक्षीं वामहस्तेन मद्दपूर्णा समांसकाम ।
                   सद्द: कृ तं शिरो दक्ष हस्तेनदधतीं शिवाम ॥
                   स्मितवक्त्रां सदा चाम मांसचर्वणतत्पराम ।
                   नानालंकार भूशांगीनग्नाम मत्तां सदा शवै: ॥
  
 माँ को हृदय मे स्थापित करना है इसलिये यहा सिर्फ हृदयादि षडंगन्यास दे रहा हु


 हृदयादि षडंगन्यास:-

                      ऐं हृदयाय नम: ।
                      ह्रीं शिरसे स्वाहा: ।
                      श्रीं शिखायै वषट ।
                      क्लीं कवचाय हुं ।
                      कालिके नेत्रत्रयाय वौषट ।
                      ऐं श्रीं क्लीं कालिके ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं अस्त्राय फट ।
                             इति हृदयादि षडंगन्यास: ॥


मंत्र:-



          ॥ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॥

Aim hreem shreem  kleem kaalike kleem shreem  hreem aim



यह साधना 3 दिन का है और इसमे रुद्राक्ष माला से 11 माला मंत्र जाप करना आवश्यक है,तीसरे दिन साधना समाप्ती के बाद हवन मे काले तिल से 374 बार मंत्र मे स्वाहा लगाकर आहूती दीजिये मंत्र इस प्रकार होगा “ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं स्वाहा”,आहुती के बाद नींबू का बलि देना है और नींबू का थोड़ा सा रस हवनकुंड मे निचौड दीजिये,समय रात्री मे 10 बजे के बाद,दिशा दक्षिण,आसन-वस्त्र लाल/काले,भोग मे तिल और गुड के लड्डू जो मार्केट मे आसानी से मिलते है परंतु प्रयत्न कीजिये घर पर लड्डू बनाने का,महाकाली जी के चित्र पर रोज लाल रंग का पुष्प चढ़ाना मत भूलीयेगा॰यह साधना विधि पूर्ण प्रामाणिक है और शीघ्र फलदायी भी है...............इस साधना का असर साधक को एक वर्ष तक प्राप्त होता रहता है...........
साधना से जुड़े हुये सवालो को पूछने के लिये आप मुजे मेल कर सकते है,मै जल्द ही आपको जवाब भेजूगा॰

                    मेल आई॰डी॰- amannikhil011@gmail.com



श्री सदगुरुजीचरणार्पणमस्तू.......................................................


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येसे श्रेष्ठ मुहूर्त पर “औघड़ गोलक” को प्राण-प्रतिष्ठित करके इसी दिवस पर भेज दिया जायेगा,कृपया इससे संभन्धित बाकी बची राशी को 28/01/2014 तक भेज दीजिये क्यूके सदगुरुजी की कृपा से गोलक संभन्धित क्रियाये पूर्ण हो रही है॰

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