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16 Dec 2015

रोजगार एवं धन प्राप्ति.

रोजगार के प्रतिस्पर्धा के क्षेत्र में सफलता पाना उत्तरोत्तर कठिन होता जा रहा है। विद्या और पुरूषार्थ के होते हुए भी सफलता नहीं मिलती। ऐसे में यहां दिए गये कुछ सरल उपायों, टोटकों और मंत्रों से सफलता मिलने की संभावना बन सकती है।

यदि बेरोजगारी का घटाटोप हो रहा हो तो रोजगार का प्रकाश पाने के लिए इन टोटकों को कर के देखें।

सात्त्विक टोटका : तीन सौ ग्राम काले उड़द का आटा लेकर, बिना छाने इसको गूंथकर खमीर उठा लें। तत्पश्चात् इसकी एक-एक रोटी तैयार करके मामूली-सी आंच पर सेंक लें, ताकि इसकी आसानी से गोलियां बन सकें। इस रोटी में से एक चौथाई भाग तोड़कर काले रंग के कपड़े में बांध लें, शेष पौन रोटी की 101 छोटी-छोटी गोलियां बनाकर, किसी ऐसे जलाशय के पास जायें, जिसमें मछलियां हों। जलाशय में एक-एक कर सारी गोलियां मछलियों को खिला दें। अब कपड़े में बंधी रोटी को मछलियों को दिखाते हुए एक साथ पानी में प्रवाहित कर दें। इस प्रकार 40 दिनों तक नियमित रूप से यह क्रिया करें। इससे बेरोजगारी अवश्य दूर होगी तथा कोई नौकरी, व्यापार अथवा उदर-पूर्ति के लिए कुछ न कुछ व्यवस्था जरूर हो जायेगी।

दूसरा टोटका : बृहस्पतिवार (जुमेरात) को एक नर कौए को पकड़कर कर ले आयें, पिंजरे में बंद कर दें। खाने के लिए दाना-पानी दें। रविवार की सुबह उसे दही में चीनी मिलाकर खिलाएं और दोपहर को चावलों के भात में दूध व दही मिलाकर खाने को दें। इसके बाद सोमवार के दिन, जहां से काम हासिल करने का खयाल हो, वहां जायें। उस जगह के मुखय दरवाजे में दाखिल होते वक्त दायें पांव को पहले रखें। इस तरह से वहां पहुंचने के साथ ही आपको काम मिल जायेगा।
इंटरव्यू (साक्षत्कार) में सफलता प्राप्त करने की साधना :
सामग्री : स्फटिक मणिमाला (108 मनकों की)
माला : उपर्युक्त
समय : दिन का कोई भी समय
आसन : सफेद आसन
दिशा : पूर्व दिशा, इक्कीस बार प्रतिदिन
अवधि : ग्यारह दिन

मंत्र :-

।।ॐ ह्रीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्यसिद्धि करि करि फट् स्वाहा ।।

प्रयोग : यह प्रयोग स्फटिक मणिमाला पर किया जाता है। सामने पीला वस्त्र बिछाकर उस पर 108 मनकों की मंत्र सिद्ध प्राण-प्रतिष्ठा युक्त स्फटिक मणिमाला रख दें और केसर से उसका पूजन करें। सामने अगरबत्ती या दीपक जला दें। यह दीपक शुद्ध घृत का हो। फिर उपर्युक्त मंत्र का इक्कीस बार उच्चारण करें। इस प्रकार 11 दिन तक करने से वह माला 'विजय माला' में परिवर्तित हो जाती है। जब किसी इंटरव्यू या साक्षात्कार में जायें तो उस माला को बुशर्ट अथवा कुर्ते के नीचे पहनकर जायें, ऐसा करने पर साक्षात्कार में अवश्य ही सफलता प्राप्त होती है।


नौकरी प्राप्त करने का सुलेमानी मंत्र :-

सामग्री : जलपात्र, तेल का दीपक, लोवान, धूप आदि।
माला : मूंगे की माला
समय : दिन का कोई भी समय
आसन : किसी भी प्रकार का आसन
दिशा : पूर्व दिशा
जप संखया : नित्य ग्यारह सौ
अवधि : चालीस दिन

मंत्र :-

।। या मुहम्मद दीन हजराफील भहक अल्लाह हो।।

यह मुसलमानी प्रयोग है तथा किसी भी शुक्रवार को प्रारंभ किया जा सकता है। प्रातः उठकर बिना किसी से बातचीत किये सवा पाव उड़द के आटे की रोटी बनायें और उसे आंच पर अपने हाथों से सेकें इसके बाद रुमाल पर रोटी के चार टुकड़े करके रख दें। उसमें से एक टुकड़े को नदी या तालाब में ले जाकर डाल दें, जिससे कि मछलियां उनको खा जायें। शेष रोटी के जो तीन भाग बचेंगे, उनमें से एक भाग कुत्ते को खिला दें, दूसरा भाग कौवे को खिला दें और तीसरा भाग रास्ते में फेंक दें। इस प्रकार चालीस दिन नित्य प्रयोग करें, तो मनोवांछित नौकरी या रोजी प्राप्त होती है और आगे जीवन में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आती है।


कुछ शक्तिशाली टोटके :-

दान करने से धन घटता नहीं, बल्कि जितना देते हैं उसका दस गुना ईश्वर हमें दे देता है।

आयुर्वेद में वर्णित 'त्रिफला' का एक अंग 'बहेड़ा' सहज सुलभ फल है। इसका पेड़ बहुत बड़ा, महुआ के पेड़ जैसा होता है। रवि-पुष्य के दिन इसकी जड़ और पत्ते लाकर पूजा करें, तत्पश्चात् इन्हें लाल वस्त्र में बांधकर भंडार, तिजोरी या बक्से में रख दें। यह टोटका भी बहुत समृद्धिशाली है।

पुष्य-नक्षत्र के दिन शंखपुष्पी की जड़ घर लाकर, इसे देव-प्रतिमाओं की भांति पूजें और तदंतर चांदी की डिब्बी में प्रतिष्ठित करके, उस डिब्बी को धन की पेटी, भंडार घर अथवा बक्स व तिजोरी में रख दें। यह टोटका लक्ष्मीजी की कृपा कराने में अत्यंत समर्थ प्रमाणित होता है।

धन प्राप्ति के लिए दस नमस्कार मंत्र :-

इनमें से किसी भी एक मंत्र का चयन करके सुबह, दोपहर और रात्रि को सोते समय पांच-पांच बार नियम से उसका स्तवन करें। मातेश्वरी लक्ष्मीजी आप पर परम कृपालु बनी रहेंगी।

ऊँ धनाय नमः, ऊँ धनाय नमो नमः, ऊँ लक्ष्मी नमः, ऊँ लक्ष्मी नमो नमः, ऊँ लक्ष्मी नारायण नमः, ऊँ नारायण नमो नमः, ऊँ नारायण नमः, ऊँ प्राप्ताय नमः, ऊँ प्राप्ताय नमो नमः, ऊँ लक्ष्मी नारायण नमो नमः

।। ॐ नमो आदेश गुरुजी को,काली कंकाली महाकाली मुख सुंदर जिये व्याली चार बीर भैरों चौरासी शत तो पूजूं मानये मिठाई अब बोलो काली की दुहाई,सत नमो आदेश ।।

इस मंत्र की सिद्धि करने के बाद मंत्र का प्रयोग किया जाये तो नौकरी अथवा व्यापार की व्यवस्था हो जाएगी। उसमें आने वाले विघ्न दूर हो जायेंगे। धूप-दीप आदि से पूजन करके प्रातः, दोपहर और सांयकाल तीनों संध्याओं में एक-एक माला मंत्र जप करें।

।।ॐ  नमः भगवती पद्मावती सर्वजन मोहिनी सर्वकार्य वरदायिनी मम विकट संकटहारिणी मम मनोरथ पूरणी मम शोक विनाशिनी नमः पद्मावत्यै नमः।।

इस् मंत्र का रोज 21 माला जाप करने से भी रोजगार प्राप्त होता है।


धन प्राप्ति हेतु तांत्रिक मंत्र :-

यह मंत्र महत्वपूर्ण है। इस मंत्र का जप अर्द्धरात्रि को किया जाता है। यह साधना 22 दिन की है और नित्य एक माला जप होना चाहिए। यदि शनिवार या रविवार से इस प्रयोग को प्रारंभ किया जाये तो उचित रहता है। इसमें व्यक्ति को लाल वस्त्र पहनने चाहिए और पूजा में प्रयुक्त सभी सामान को रंग लेना चाहिए।

दीपावली के दिन भी इस मंत्र का प्रयोग किया जा सकता है और कहते हैं कि यदि दीपावली की रात्रि को इस मंत्र की 21 माला जप करें तो उसके व्यापार में उन्नति एवं आर्थिक सफलता प्राप्त होती है।

जब अनुष्ठान पूरा हो जाये तो साधक को चाहिए कि वह नित्य इसकी एक माला फेरे। ऐसा करने पर उसके आगे के जीवन में में निरंतर उन्नति होती रहती है।

।।ॐ  नमो पदमावती पद्मालये लक्ष्मीदायिनी वांछाभूत प्रेत विन्ध्य वासिनी सर्व शत्रु संहारिणी दुर्जन मोहिनी ऋद्धि-सिद्धि कुरु-कुरु स्वाहा। ॐ क्लीं श्रीं पद्मावत्यै नमः।।


धन प्राप्ति के लिए टोटके-

जीवन में आर्थिक समस्याओं के निदान हेतु तथा लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के उद्देश्य से प्रयोग किये जाने वाले टोटकों में कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्मी प्राप्ति के टोटके इस प्रकार हैं-

दालचीनी के पाउडर को लेकर उस पर से सात बार अगरबत्ती को एन्टी क्लाॅक वाइज घूमा कर उमसें अपनी कल्पना से ईश्वर की प्रार्थना से धन की बरकत के बारे में सोचें और फिर उसे अपने पर्स में छिड़क लें। बची हुई दालचीनी पाउडर को घर के मंदिर में ही रख दें और हर दूसरे तीसरे दिन यही क्रिया दोहरायें। आपका पर्स ईश्वर की कृपा से भरा रहेगा।

एक साबुत दालचीनी का रोल ले लें। उसके अंदर कोई भी एक नोट रोल करके डाल दें तथा उसके ऊपर से 3 बार मौली लपेटकर गांठ लगा दें तथा ईश्वर से प्रार्थना करें कि आपके कार्यालय या घर में धन की कमी न रहे। ऐसा करने के बाद उसे कार्यालय या घर के बाहर लटका दें। इसे पर्स या धन स्थान में भी रख सकते हैं। ये टोटका आपको गुरुवार को करना है।

साबुत सूखा धनिया शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार अथवा गुरुवार को एक मिट्टी के बर्तन में इक्कीस रुपये के सिक्के डालकर ऊपर से मिट्टी डालें फिर धनिया डालकर हल्के हाथ से मिक्स कर दें और थोड़ा सा पानी डाल दें। ऐसा करने के बाद बर्तन को उत्तर दिशा में रख दें और रोज थोड़ा पानी डालें। जब धनिया उसमें से पूरी तरह निकल आये तब उसे तोड़कर उपयोग में ले आएं तथा सिक्के निकाल कर लाल कपड़े में बांधकर घर या कार्यालय कहीं भी लटका दें। धन का आगमन शुरू हो जाएगा।

किसी भी शुक्रवार को मां लक्ष्मी के मंदिर में झाड़ू दान करने से भी मां लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
किसी भी शुभ दिन शुभ मुहूर्त या शुक्रवार को अशोक की जड़ को लाकर गंगाजल से पवित्र करें तत्पश्चात उसे धन स्थान में रखें।

ये कुछ लक्ष्मी प्राप्ति के टोटके हैं जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए सरल व सुगम हैं तथा जीवन में सुख समृद्धि ला सकते हैं। इन लक्ष्मी प्राप्ति के टोटकों के द्वारा हम अपनी तथा दूसरों की मुश्किलों को आसान कर सकते हैं

आशा करता हु आप सभी अपनी इच्छाशक्ति नुसार साधना करे और सफलता प्राप्त करे।




आदेश.....

29 Oct 2015

रोजगार प्राप्ति साधना.(नौकरी)

जब बात पूर्णता की हो रही हो तो उसका अर्थ जीवन के दोनों पक्षों से होता है. अध्यात्मिक क्षेत्र में जहा हम विविध साधनाओ का अभ्यास करते हुए गुरु चरणों में लिन हो जाए उस तरह जीवन में
यह भी जरूरू है की भौतिक पक्ष भी मजबूत हो. हमें मान सन्मान यश कीर्ति ऐश्वर्य की प्राप्ति हो सके. भौतिक जीवन में सफलता के बिना आध्यात्मिक पक्ष में सम्पूर्णता को प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील होने पर अत्यधिक संघर्षो का
सामना करना पड़ता है, वरन उत्तम तो ये है की हम गृहस्थ और आध्यात्म दोनों को साथ में लेके अपनी मंजिल की तरफ आगे बढे. साधनाओ के अंतर्गत सभी प्रकार की गृहस्थ समस्याओ के निराकरण के लिए
उपाय है, इसका सीधा अर्थ यही बनता है की साधना मार्ग सिर्फ आध्यात्मिक उन्नति के लिए नहीं है लेकिन भौतिक पक्ष में भी पूर्ण सफलता प्राप्त करने के लिए साधनाओ का सहारा लिया जा सकता है. आज के इस युग में जहाँ एक तरफ द्रव्य
का ही बोलबाला है, जीवन के लिए एक उत्तम आय का स्त्रोत होना अत्यधिक जरुरी हो चूका है. लेकिन कई बार यु होता है की व्यक्ति विशेष को अपनी काबिलियत होने पर भी अपने कार्य क्षेत्र में योग्य पद या काम नहीं मिल पता है. या फिर काम
मिलने पर भी कई प्रकार की बाधाए अडचने आने लगती है. कई बार योग्य जगह काम मिलने पर भी वेतन की समस्या होती है. कई लोगो की, खास कर
के वह विद्यार्थी जो की अपनी पहली नौकरी की तलाश में हो उन्हें भी यह चिंता बराबर बनी रहती है की उन्हें यथायोग्य काम मिले जो की भविष्य में उनकी प्रगति के लिए एक आधार स्तंभ बने.
साबर साधनाओ में एसी कई साधनाए प्राप्त होती है जो की इस प्रकार के उद्देश्य में पूर्णता प्राप्त करने के लिए साधको का मार्ग प्रसस्त करती है. आगे की पंक्ति में भी एक एसी ही अद्भुत साधना दी जा रही है. इस साधना को करने पर साधक को योग्य
काम मिलने में जोभी अडचने हो दूर हो जाती है, योग्य मनोकुलित व् प्रगति वर्धक स्थान पर नौकरी मिलती है. अगर किसीको अपनी नौकरी में किसी प्रकार की समस्या भी हो तो भी यह साधना से
वह दूर होती है. संस्क्षेप्त में कहा जाए तो यह साधना काम व् नौकरी की हर समस्याओ को दूर करने क लिए ही बनी है.
इस साधना को साधक सोमवार शुरू करे,
समय रात्रि के 10 बजे बाद का रहे, दिशा उत्तर रहे. रात्रि में स्नान करने के बाद सफ़ेद वस्त्र को धारण करे. इसके बाद अपने पूजा स्थान में बैठ कर के गुरु पूजन
सम्प्पन करे (जीवन मे अब तक गुरू ना हो तो "ओम नम शिवाय" का जाप करके मानसिक गुरूपुजन करे) और सफलता प्राप्ति के लिए प्रार्थना करे. उसके बाद निम्न मंत्र का 3 माला जाप करे,जिसमे 50-60 मिनिट का समय लगेगा,साधना हेतु माला रुद्राक्ष या सफेद हकिक की ले सकते है .इस आर्टिकल मे और बाकी लोगो के आर्टिकल मे आपको फर्क देखने मिलेगा और जो विधान मैने समझाया है इससे 100% आपको सफलता मिल सकती है जब के अन्य लोगो के विधान से सफलता का परिणाम कम मिलेगा.


मंत्र:-

ll ओम सोमावती भगवती बरगत देहि उत्तीर्ण सर्व बाधा स्तम्भय रोशीणी इच्छा पूर्ति कुरु कुरु कुरु सर्व वश्यं कुरु कुरु कुरु हूं तोशिणी नमः ll




यह जाप रुद्राक्ष/सफ़ेद हकीक माला से हो और उस माला को मंत्र जाप के बाद धारण कर ले. यह क्रम पुरे 21 दिन तक रहे. इस साधना में रात्रि में भोजन करने से पहले थोडा खाध्य पदार्थ गाय को खिलाना चाहिए. ऐसा करने के बाद ही भोजन करे.
अगर यह संभव न हो तो रात्रि में भोजन न करे. इस साधना पूरी होने पर माला को विसर्जित नहीं करना चाहिए तथा गले में धारण करे रखना चाहिए. यह साधना का करिश्मा है की यह साधना करने पर कुछ ही दिनों में यथायोग्य परिणाम प्राप्त होने
लगते है.




आदेश.....