28 Dec 2015

अप्सरा सिद्धि रहस्य.

पश्चिम भारत की अति दुर्लभ पान्डू लिपी "कैवल्य नागरादि" ग्रंथ में 38 अप्सराओ का ध्यान सहित वर्णन हैं | मैने अप्सरा साधना इसी के ग्रंथानुसार की हैं और सफलता पायी हैं | अप्सरा साधना अत्याधिक उच्चकोटि की साधना हैं अप्सराओ को देवांगना,नृत्यांगना, एवं देव कन्या भी कहेते हैं |
हमेशा अप्सरा साधना इशाण कोन में करनी चाहिये तो सफलता मिलती है तो इसी प्रकार के अन्य रहस्य मैं इस किताब में दे रहा हूँ | आप अप्सरा साधना को सामान्य या लघु साधना मत समझिये यह विशेष प्रकार का साधना हैं,इसे करने से आप खुद ही समझ जाओगे की कितनी प्रचन्ड़ और गोपनीय हैं अप्सरा साधनाएं |

अप्सरा रत्न प्रियाएं हैं, जहाँ रत्न होते हैं वहाँ अप्सराएं आती हैं यह द्वितिय रहस्य बता रहा हूँ | अप्सरा साधना जैसे ही आप प्रारंभ करेंगे आपके मस्तिष्क का स्वप्न भाग-चिन्तन भाग जाग्रुत हो जाएगा और आपको आनंदमयी स्त्री या इतरयोनी के साथ विचरण करते हुए विचार या स्वप्न आदि आने लगेगे, यह तृतीय रहस्य हैं |

अप्सरा जब सिद्ध हो जाति हैं तब साधक कहेता हैं "मैं कुछ नहीं करता, फिर भी आनंद से रेहता हूँ", उत्तम श्रेणी की सुंदर स्त्रिया मेरे प्रति सेवाभाव भाव रखती हैं  एवं जब भी मुझे किसी वस्तु की आवश्यकता होती हैं, वह स्वत: ही प्राप्त होती हैं यह चतुर्थ रहस्य बता रहा हूँ | अप्सरा से साक्षात्कार करने हेतु बडे-बडे साधु मुनि, योगी, तपस्वी, शिव गण इत्यादि भी तरसते हैं, अप्सरा की लम्बाइ 6 फीट से ज्यादा होती हैं और वह देखने में अत्यन्त सुंदर एवं कोमल होती हैं येसा प्रतित होता हैं उसकी उम्र 16 वर्ष हो | अप्सराएं दयालु होती हैं यह समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं, जैसे निराशायुक्त, लक्षहीन, आनंद हीन, शक्ति हीन, बोझिल, व्रूद्धता की और अग्रसर होते हुए जीवन में अप्सराएं उसमे पुन: प्राण फुंकति हैं | जो पुरुष इस साधना को करेंगे उनमे कामदेव के समान गजब का आकर्षण होगा और स्त्रियाँ खिची चली आयेगी एवं जो स्त्रियाँ इसे करेंगी उनमे अप्सराओ के समान मोहकता आ जाएगी और पुरुष खिचे चले आयेगे | अप्सरा के स्पर्श मात्र से ही समस्त रोग एवं व्रुद्धावस्था समाप्त हो जाति हैं । व्यक्ति के चेहरे पर तेज आ जाता है,सुंदर स्त्री/पुरुष अप्सरा साधक के आस-पास मंडराते रहेते है।

येसा दुर्लभ किताब आपको पहिले बार पढ़ने मिलेगा जिसमे 38 प्रामाणिक अप्सरा साधनाये दी हुयी है।मैने आज तक अपने ही द्वारा लिखे गये किताब से कुछ खास लोगो से अप्सरा साधना करवाया है जिसमे उन्हे भी कम समय मे सफलता प्राप्त हुआ । मैने इस विषय पर आज तक चार प्रकार के अलग अलग पाण्डुलिपियों को पढ़कर अभ्यास किया और वह साधनाये भी करके देखा है। यह सब कुछ होने के बाद मेरे समझ मे आया के "अप्सरा रत्न" सर्वश्रेष्ठ होता है जो अप्सरा साधना मे शिघ्र सिद्धि प्राप्त करने मे मदत करता है। क्युके उसमे चैतन्य क्रिया से युक्त होते हुये अमृतत्व होता है,यह रत्न विशेष तरहा से प्राण-प्रतिष्ठित करना पडता है।

मेरे द्वारा लिखीत इस किताब का नाम "अप्सरा सिद्धि रहस्य" है और इस किताब के साथ "अप्सरा रत्न" निशुल्क दिया जा रहा है। किताब से प्राप्त होनेवाली धनराशि "गरीब किसान भाई/बहनो"के मदत हेतु भेजा जायेगा। इस किताब से धन कमाना हमारा लक्ष्य नही है,इस बात का कृपया पाठगण ध्यान रखें।




अब बात करते है इस किताब मे विशेष क्या है ?

इसमे अप्सरा का ध्यान, विनियोग, विशेष न्यास, ऋशिन्यास, करन्यास, रतिन्यास, कामदेवन्यास, अप्सरोन्यास, ह्रुदयादीन्यास.....इत्यादि। इस किताब मे मेनका, लिलावती, विधीचिता, सुंदरी, शुभगामीनी, हंसावली, सर्वकला, कर्पुरमंजरी, पद्मिनी, गुढशब्दा, चित्रिणि, चित्ररुपा, गौरी, गांधारी.......जया, मोहिनी, चंद्रवक्रा इत्यादि इस तरहा से 38 अप्सरा का साधना सटीक रुप से किताब मे आपको देखने मिलेगा। प्रत्येक अप्सरा का विशेष ध्यान भी दिया हुआ है। किताब मे सब कुछ आसान भाषा मे दिया हुआ है,अप्सरा साधनाओं का पुर्ण विधी-विधान आपको किताब मे मिलेगा।सभी साधनाओं को एक ही "अप्सरा रत्न" पर किया जा सकता है,इसके लिये अन्य रत्नो का कोइ आवश्यकता नही है। जिस प्रकार से आपको इस किताब मे गोपनीय मंत्र और दुर्लभ विधान प्राप्त हो रहा है,वह अन्य किताबें मे नही मिलेगा । यह कोइ सामान्य किताब नही है और इसका न्योच्छावर राशि 3550/- रुपये रखा है। किताब न्योच्छावर राशि प्राप्त होते ही आपको ई-मेल के माध्यम से भेज दिया जायेगा ।आप कही से भी किताब का प्रिंन्ट आउट निकाल सकते है,यह आपके लिये सुलभ हो जायेगा और किताब भी आपको कुछ दिनो बाद कुरीयर से प्राप्त होगा,किताब के साथ मे "अप्सरा रत्न"भी निशुल्क मे प्राप्त होगा।


किसी भी प्रकार के प्रश्न हेतु और किताब प्राप्त करने हेतु ई-मेल से सम्पर्क करें।



- amannikhil011@gmail.com




आदेश.......