27 Feb 2016

सिद्ध मंत्र प्रयोग.

एक लोटे मे समंदर को नही छुपा सकते है,इसी तरहा से तंत्र के ग्यान को छोटे से बुद्धि मे छुपाया नही जा सकता। परंतु हमारे देश मे आज यही हो रहा है,जिन्हे गोपनीय ग्यान प्राप्त हो जाता है,वह उसको छुपाने मे अपनी काबिलयत समजता है।येसे छुपाने वाले मुर्खो को कदापि प्रणाम ना करे अन्यथा उसके आशिर्वाद से उसिके व्यर्थ गुण तुम्हारे अंदर समाहित हो जायेंगे ।

आज बात करेंगे महाशिवरात्रि पर्व पर किये जाने वाले कुछ साधनाओ की,क्युके इस्से बडा महान पर्व और कोइ नही है।




1-जिन्हे देवांगना सिद्धि (अप्सरा,यक्षिणी,योगिनी... ) मे समस्या हो वह साधक महाशिवरात्रि के रात्रिकालीन समय मे किसी बंद कमरे मे बैठकर "ॐ ह्रीं नमः" इस मंत्र का 75 मिनट तक शिवपुजन करने के बाद जाप करे।


2-जिन्हे रोजगार,व्यवसाय,कर्ज,प्रमोशन मे समस्या हो वह व्यक्ति "ॐ नमः शिवाय श्रीं प्रसादयती स्वाहा" मंत्र का 90 मिनट तक जाप करे।


3-जिनका विवाह उचित आयु मे नही हो रहा हो उन्हे "ॐ ह्रीं पार्वतीपतये ह्रीं नमः" का 60 मिनट तक जाप करना चाहिए।


4-जिन्हे प्रेम मे सफलता प्राप्त करना हो वह व्यक्ति "क्लीं आनंदप्रदाय क्लीं फट" मंत्र का 90 मिनिट तक जाप करे।


5-जो लोग स्वास्थ्य के कारण परेशान हो उन्हे "ॐ रं' रुद्राय रोगनाशाय हूं फट" मंत्र का 7 दिनो तक 45 मिनट जाप करना चाहिए।


6-जिन्हे शत्रु बाधा से परेशानी हो वह साधक "ॐ धूं शत्रुमर्दनं धूं फट" मंत्र का 90 मिनट तक जाप करे।


7-मनोकामना पुर्ण करने हेतु अपनी इच्छा एक सफेद वस्त्र पर लिखे,लाल स्याही के पेन से भी लिख सकते हो।उस वस्त्र पर सव्वा मुठ चावल शिवलिंग बनाये और उनका सामान्य पुजन करके "ॐ क्रों नमः मनोवांछित सिद्धये फट" मंत्र का 95 मिनट तक जाप करे।दुसरे दिन वस्त्र और चावल का पोटली बनाकर उसको शुद्ध जल मे प्रवाहित कर दे ।


8-जो लोग अभिचार कर्म से परेशान हो उन्हे काले मिर्च,तिल,लवंग से "ह्रीं तंत्र बाधा नाशय फट" मंत्र से 324 आहुति हवन मे देने से लाभ होगा।



आप चाहे तो आठो प्रयोग महाशिवरात्रि को सम्पन्न कर सकते है,साधना से पुर्व स्नान करके शिव पुजन करे। शिव पुजन के बाद जो चाहो वह प्रयोग सम्पन्न करो । आठो प्रयोग रात्रि मे ही करना है। प्रयोग के समय मुख उत्तर/पुर्व के तरफ हो,प्रयोग समाप्ति के बाद शिव जी का आरती और प्रसाद वितरण अवश्य करें।



आप साभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं......




हर हर महादेव......
आदेश.....