4 Dec 2015

अघोर बेतालीनी.

अनिष्ट शक्तियों की आध्यात्मिक शक्ति के बढते क्रम के आधार पर स्त्री बेताल पदक्रम से चौथे स्थान पर आती है । सामान्य अनिष्ट शक्ति जिसकी शक्ति 1 होती है उसकी तुलना में स्त्री बेताल की तुलनात्मक शक्ति 1000 होती है। वर्त्तमान समय में लगभग विश्व की २ प्रतिशत जनसंख्या उनसे प्रभावित अथवा अनिष्ट है तथा 2030 तक इसकी संख्या और बढ जाएगी । विश्व की अत्यल्प प्रतिशत जनसंख्या उनसे प्रभावित होती है।आज तक यह साधना मैने स्वयं कभी नही कि है क्युके इससे अहंकार का उत्पत्ति होता है।



उनके चारों ओर सडे अंडे जैसी तीव्र गंध होती है ।

साधारणतया ये लोगों को बिना अनिष्ट किए अर्थात उनके शरीर में प्रवेश किए बिना ही प्रभावित करती हैं ।

मंत्र का प्रयोग कर वह किसी को भी अदृश्य कर सकती है ।

उसका मुख्य कार्य कब्रिस्तान में भूमि में गडे शवों को खोदकर काला जादू करने के लिए आवश्यक पदार्थों जैसे – हड्डियां,खोपडियां इत्यादि सूक्ष्म-मांत्रिकों को उनकी विधि करने के लिए उपलब्ध करवाना है ।

स्त्री बेताल एक दूसरे प्रकार की अनिष्ट शक्ति डायन के अंतर्गत काम करती है ।

इनका सबसे ज्यादा प्रभाव कारोबार और छोटे बच्चो पर ज्यादा दिखाई देता है।

ये स्वयं अपने बुरे कर्मो से सिद्ध तांत्रिकों को खुश रखती है।

येसा तांत्रिक जिसको सिद्ध हो उसे अपना स्वामी मानकर उसके प्रत्‍येक कार्य को आग्या मानती है।

इनको सिद्ध करने हेतु साधना हेतु स्मशान का चयन करना पड़ता है।

येसी साधनाये घर मे करने से परिवार के सदस्यों को हानि होता है।

स्त्री बेताल तुरंत कार्य सिद्ध करवा देती है।

इनके लिये कोइ भी बुरे को कर्म सम्भव करना आसान है।

इनको साधना मे मास का भोग नित्य लगाना होता है।

स्त्री बेताल धनप्रदात्री होती है,यह जमीन मे गडा हुआ धन प्रदान करती है।

यहा का पैसा वहा लेकर जाने की क्रियाओं मे स्त्री बेताल जैसी उच्च शक्तिया कार्यरत होती हैं।

अच्चे खासे व्यक्ति को यह बिमार करके उनका मानसिकता खराब करना।

परीक्षा से पुर्व कितना भी पढो परंतु परीक्षा के समय सब कुछ भुला देने जैसे कार्य इनसे करवाये जाते है।

चाहे कितना भी पैसा कमालो,इनके बजेसे पैसा टिकता नही है।

सीधि सी बात है "स्त्री बेताल" सबके उन्नति मे बाधक बनती है और तांत्रिकों के लिये वरदायक बनकर उनके सभी अच्छे बुरे कार्य पुर्ण कर देती है।

इनसे बचने हेतु "रक्षा कवच"धारण करे और इन्हे सिद्ध करने हेतु "अघोरत्व प्राप्ति साधना"अवश्य करीये ।

सिद्ध करने कि क्रिया गुरु के योग्य मार्गदर्शन से करे अन्यथा साधकों को हानि होने से बचना मुश्किल क्रिया  है।

येसी साधनाये कोइ भी कर सकता है।कुछ लोग द्वेष कि भावना से अपने क्षत्रु को नुकसान पहोचाने हेतु करते है तो कुछ लोग अपना स्वार्थ पुर्ण करने हेतु करते है।

मेरा आप सभी से नम्र निवेदन है,स्त्री बेताल साधना जनकल्याण हेतु सिद्ध करे ताकी आप सभी को जिवन मे पुण्य करने का अवसर प्राप्त हो।



।। गाँव से चली,स्मसान के द्वार से चली,द्वार पर बैठे भुतो को संग ले चली,कहा चली बेताल राजा से मिलने चली,जाते-जाते यहा आना,अपना साधन लेकर वहा जाना,जो कहु वही करना******************।।



यहा मैने मंत्र अधुरा लिखा हुआ है क्युके यह साधना सिर्फ मंत्र जाप से सिद्ध नही होता है।साधना सिद्धि हेतु साधनात्मक साधन का ज्यादा महत्व होता है।


साधनात्मक जानकारी हेतु योग्य व्यक्ति ही सम्पर्क करे और कमजोर ह्रुदय् वाले तो दुर ही रहे।





आदेश......