23 Mar 2023

अद्वितीय मंत्र प्रयोग


जय मातादी जी......



23 मार्च 2013 के दिन यह ब्लॉग बनाया था,अब इस ब्लॉग को 10 वर्ष पूर्ण हो गए,इस 10 वर्षो में बहोत सारे लोगो से बात हुए और बहोत से लोगो का समाधान भी किया गया है । अब तक ब्लॉग को 53 लाख से ज्यादा लोगों ने पढ़ा है इसके लिए आप सभी पाठकों का हृदय से धन्यवाद और आशा करते हैं के आगे भी आप निरंतर ब्लॉग को पढ़ते रहेंगे ।

आज हम एक विशेष साधना प्रयोग दे रहे हैं जिसके माध्यम से आप जीवन मे बहोत कुछ प्राप्त कर सकते है । सर्वप्रथम प्रयोग है बावन भैरव का तांत्रोत्क मंत्र जो सर्वोपरि मंत्र है । इस मंत्र साधना के माध्यम से आप अपने जीवन मे लटके हुए कामो को आसानी से पूर्ण कर सकते है,इसका विधान भी बहोत आसान है, कहि से पाँच मुखी रुद्राक्ष माला प्राप्त करे और उसी माला से आपको 11 माला मंत्र जाप रात्रि में 21 दिनों तक करने से मंत्र सिद्धि संभव होगी । 22 वे दिन आपको अग्नि प्रज्वलित करके लौंग की 108 बार आहुतिया देनी है, साधक का मुख साधना काल मे दक्षिण दिशा के तरफ होना जरूरी है।

मंत्र-

ॐ भ्रं भ्रं भैरवाय भ्रं भ्रं नमः
Om bhram bhram bhairavaay bhram bhram namah


जब भी आपकी कोई कामना आपको पूर्ण करनी हो तब दाए हाथ मे जल लेकर अपनी कामना बोले और जल को जमीन पर छोड़ दीजिए,उसके बाद उसी रुद्राक्ष माला से 11 माला जाप करे तो आपको कामना अवश्य ही पूर्ण होगी । यह मेरा स्वयं का आजमाया हुआ मंत्र है और इस मंत्र की 1 माला जाप मैं नित्य करता हु ।


अब बात करेंगे द्वितीय मंत्र की जो पूर्ण रूपेण एक रक्षात्मक मंत्र है,इस मंत्र का 101 माला जाप हनुमान जयंती के दिन करने से यह मंत्र सिद्ध होता है,जब भी आपको डर लगे या आप परेशान हो,या ग्रहों की स्थिति अनुकूल ना हो या आपको कोई अपनी मनोकामना पूर्ण करनी हो तब ईस मंत्र का 11 माला जाप करने से सफलता मिलता है । हनुमान जयंती के दिन स्नान के बाद लाल आसन पर दक्षिण दिशा के तरफ मुख करके बैठ जाये और लाल चंदन की माला से 101 माला जाप करे,11 या 21 माला के बाद आप जाप से उठकर शौच आदि करके या पाणी पीकर फिर बैठ सकते हैं परंतु उसी दिन 101 माला जाप आवश्यक है । जाप के बाद हनुमानजी के नाम से मोतीचूर के लड्डुओं का भोग लगाना है,उनकी आरती करके लड्डुओं को परिवार में बाट दे और स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करे । आवश्यकता होने पर मंत्र से आप अपने कार्य कर सकते है,यह साधना सुबह से शुरू करे ताकि रात्रि से पहिले आपका जाप हो जाये ।


मंत्र

ॐ हूं हूं हनुमतये हूं हूं फट
Om hoom hoom hanumataye hoom hoom phat

यह दोनों मंत्र प्रयोग सरल और प्रामाणिक है,इन दोनों को सिद्ध करने से आपके जीवन मे राहु केतु मंगल और शनि ग्रह की पीड़ा से मुक्ती मिल सकती हैं ।


अन्य मार्गदर्शन हेतु संपर्क कर सकते है,मोबाइल नम्बर है 8421522368 ।



आदेश......