बहोत सारे लोग कहेते है के उनके जीवन मे ढेर सारी समस्याएं है और उन समस्याओं का उन्हें खोजने पर भी कोई उपाय नही मिल रहा है । सबसे पहिली बात उपाय मिल भी जाये तो क्या कोई भी परेशान व्यक्ति उस उपाय पर विश्वास करेगा? जब तक आप लोग विश्वास नही करोगे तब तक उपाय से आपकी समस्याएं दूर नही हो सकती है । यहां आज के समय मे सभी लोग बिना मेहनत के फल चाहते है और दिन-रात गूगल फेसबुक व्हाट्सएप यु-ट्यूब पर तांत्रिकों को ढूंढते रहेते है,इस उम्मीद से के कोई उनका काम करवा दे । लाचार के तरहा जीवन जीने से कुछ भी संभव नही है,स्वयं की पहेचान ही सर्वप्रथम होती है,आप लोग अपने जीवन को 100% सवार सकते हो सिर्फ आपको प्रमाणिकता से तंत्र-मंत्र के क्षेत्र में मेहनत करना है ।
प्रत्येक मंत्र शक्तिशाली होता है,मंत्रो को कभी भी छोटा ना समझे,तंत्र की शक्ति कोई साधारण शक्ति नही होती है,जिसने इन शक्तियों को समझ लिया वह जीवन मे सवर जाता है । कोई भी मंत्र जब भी प्राप्त करो तो उस मंत्र के प्रति प्रामाणिक रहो और उस मंत्र पर इतना विश्वास रखो के वह एक मंत्र आपको सिद्ध हो सके । चाहे आप कोई भी साधना करो परंतु साधना काल मे मंत्र का स्मरण ज्यादा-से-ज्यादा करो, जैसे आपको कोई मंत्र साधना 21 माला जाप 21 दिनों तक करना हो तो आप निच्छित समय पर जाप करते रहो और साथ मे उसी मंत्र का जाप दिन-रात जब भी समय मिले तो मन ही मन मंत्र जाप या स्मरण करते रहे । ऐसा करने से ही मंत्र सिद्धि संभव है अन्यथा 21 दिन के साधना में आपको 210 दिन भी मंत्र सिद्धि हेतु कम पड़ जायेंगे । मैं आपको मंत्र दे सकता हु परंतु उसे सिध्द आपको ही करना है,आप हृदय से विश्वास करते है तो वह मंत्र आपके लिए संजीवनी है अन्यथा वह आपके लिए सिर्फ कुछ शब्द है ।
किसी भी मंत्र को आप पूजनीय समझे तो वही मंत्र आपको पूजनीय बना देगा,यही सिद्धांत रखे । आपको जीवन मे परेशानी से मुक्त होना है तो 4-5 दिन स्मशान में जाकर बैठकर देखिए,जलते हुए मुर्दो को देखकर आप समझ जाओगे,जब समय समाप्त होता है तो सब कुछ समाप्त हो जाता है,इसलिए आज आपके पास समय है तो उसे व्यर्थ की परेशानियों से दूर कराने से अच्छा तो आनेवाली परेशानियों को मुक्त कराने हेतु इस्तेमाल करे । जो आपका है वह आपको ही मिलेगा इसके लिए भी प्रयास करना जीवन मे एक अनुभव उत्पन्न करेगा । अब नववर्ष आरहा है,उसका स्वागत करे और संकल्प लीजिए के " मै अमुक पिता का पुत्र अमुक नाम का व्यक्ति आजसे जीवन मे अपनी समस्याओं पर पैर रखकर खड़ा होना चाहता हु और इसमे मेरे गुरु/इष्ट/अमुक देवी/देवता मेरा संकल्प पूर्ण करने हेतु आशीर्वाद प्रदान करे" , यह संकल्प और शक्तियो से सम्बंधित मंत्र का जाप आपको जीवन मे सब कुछ प्रदान कर सकता है ।
आपके जीवन की समस्याओं को आप स्वयं दूर करे,किसी के सामने आपको जाकर सहायता मांगने की कोई जरूरत ही नही है । यह तो तब संभव होगा जब आप इस भावना को अपने अंदर जाग्रत करेंगे,देवता सिर्फ साधु सन्यासी तांत्रिक मंत्रिको के लिए नही है,वह तो सभी पर कृपा करते है । आप सभी दैवीय शक्ति के अंश हो,अगर ये बात आप समझ जाओ तो आपको इस जीवन मे कोई भी परेशानी छू भी नही सकती है । आपके जेब मे पैसा हो ना हो परंतु शरीर मे प्राणवायु होना जरूरी है अगर प्राणवायु ही ना हो तो करोड़ो रूपये भी आपको जीवनदान नही दे सकता है इसलिए दैवीय शक्ति को अनुभव करने हेतु अच्छे मार्ग पर चले और बकवास तांत्रिक मंत्रिको के चक्कर काटने से अच्छा है के स्वयं मंत्र साधना संपन्न करे, आशा करता हु के आपको मेरे शब्दों को समझने में कोई तकलीफ नहीं हुई होगी ।
आज एक अनुभवी मंत्र साधना दे रहा हु जिससे आपके जीवन का नवीनीकरण होना संभव है,जो भी जीवन मे परेशानी हो वह समाप्त हो सकती है ।
साधना विधि-स्फटिक माला से नित्य मंत्र का 11 माला जाप करे,मुख उत्तर दिशा के तरफ होना चाहिए, आसन और वस्त्र पिले रंग के हो,मंत्र जाप सुबह 5-6 बजे के समय मे या रात ने 9-10 बजे तक के समय मे करे,साधना किसी भी सोमवार से शुरू करे,यह साधना 21 दिनों तक करना अनिवार्य है ।
।। ॐ ह्रीं त्रीं पूर्णत्वं स्वात्म सिद्धये ॐ नमः ।।
Om hreem treem purnatwam swaatm siddhaye om namah
साधना समाप्ति के 21 वे दिन किसी गरीब को कुछ आवश्यक वस्तु अवश्य दान करे । यह साधना सूर्यग्रहण के समय मे 21 माला करने से उसी दिन पूर्ण हो जाएगी । साधनात्मक अनुभव किसीको ना बताये,इससे आपको जीवन मे चमत्कारीक लाभ प्राप्त हो सकते है ।
सूर्यग्रहण समय
इस वर्ष 2019 का पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी को है, इस दिन रविवार पड़ रहा है । यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण है,यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 5:04 बजे से 9:18 बजे तक रहेगा अर्थात इसकी अवधि क़रीब 4 घंटे 14 मिनट है । साथ ही यह भी बता दें कि देखने पर यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा परंतु मध्य-पूर्वी चीन, जापान, उत्तरी-दक्षिणी कोरिया आदि क्षेत्रों में यह ग्रहण नजर आएगा ।
ज्योतिषीय के अनुसार सूर्य ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है । इस कारण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के जातकों के जीवन पर इसका प्रभाव होगा । इसलिए धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के जातकों को सावधानियां बरतनी होगी ।
आदेश.........