येसे-येसे पाप कर रखे है हम लोगो ने की
मंत्र भी अपना असर नहीं दिखा सकता है,समस्या ये तो मेहमान
बनकर घर मे ही डेरा डालके बैठी है,भाग्य तो इस तरह से
रूठा है जैसे फिल्मों की हीरोइन किसी हीरो से रूठी हो,दोस्त येसे मिल जाते है दुश्मन की कामिया वही पूरी कर देते है,पैसा आता तो है सिर्फ आने के लिए रुकने के लिए नहीं आता,और रोग तो अच्छे मित्र बन चुके है ज्यो आते जाते रहेते है
जिनको हम कभी किसी भी समय आने के लिए मना नहीं कर सकते है,रहेने के लिए घर तो है पर घर मे शांति नहीं है लगता है शांति
किसी रिश्तेदार के घर पे गाव को गयी है,साधना ये तो सभी कर
रहे है परंतु असफलता तो साधना शुरू करने से पहिले ही मिल जाती है फिर साधना करो या
मत करो,कुछ अनुभूतिया साधना मे मिले या ना मिले
“असफलता”नामक
अनुभूति तो 100% मिल जाती है,इस सारे कहानी का
लेखक मै नहीं हु मौजे माफ कर देना,इस
कहानी का लेखक है हमारा “पूर्व-जन्म दोष” जो हमारे ही कुछ प्यारे से खराब कर्मो की वजेसे इस जन्म मे
हमे शहीद कर देता है,
नौकरी चाहिये,छोकरी चाहिये,पैसा चाहिये,सिद्धि चाहिये,...............................................चाहिये चाहिये चाहिये.......
क्या बात है,परंतु ये सब कैसे मिलेगा????????पर
क्या करे चाहिये तो सही.....
जरूर मिलेगा और क्यू नहीं मिलना चाहिये,एक सीधी सी बात है दुनिया मै इतना पैसा है जिसे हम
गिन नहीं सकते है,इसलिए नहीं गिन सकते
क्यूके ईस मे से कुछ पैसा हमारा ही है ज्यो हमे “पाप दोष निवारण साधना”
करने के बाद मिलने वाला है........
साधना विधि:-
गणेश जी का पूजन और “ॐ ग्लौं गणपतये नम:” मंत्र
का 1 मला जाप करे,गुरुपूजन करे और गुरुमंत्र का 11 माला
मंत्र जाप करे,अब पाप
दोष निवारण यंत्र भोजपत्र पे अष्ठागंध की स्याही से अनार के कलाम से बनाये,यंत्र का प्राण-प्रतिष्ठा करे और पंचोपचार पूजन भी करे,किसी भी माला से पाप दोष निवारण मंत्र की २१ माला मंत्र जाप ३
दिन तक करना है,
पाप दोष निवारण मंत्र-
॥ ॐ क्लीं मम समस्त पूर्व दोषान निवारय क्लीं फट स्वाहा ॥
॥ Om kleem mam samast purv
doshan nivaray kleem phat swaha ॥
साधना समाप्ती के बाद माला और यंत्र जल मे समर्पित कर दे,सदगुरुजी से
पूर्व-जन्म-दोष शमन के लिए प्रार्थना कीजिये....................
श्री सदगुरुजीचरनार्पण-मस्तू.......................