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8 Feb 2016

ज्योतिष से भाग्योदय.

सभी ग्रहों का अलग-अलग पेड़ों से सीधा संबंध होता है। अत: इन पेड़ों की जड़ों को धारण करने से अशुभ ग्रहों के प्रभाव कम हो जाते हैं। धन संबंधी परेशानियां दूर हो सकती हैं। यहां बताई जा रही जड़ें किसी भी पूजन सामग्री या ज्योतिष संबंधी सामग्रियों की दुकान से आसानी से प्राप्त की जा सकती हैं...

ग्रहों से शुभ फल प्राप्त करने के लिए संबंधित ग्रह का रत्न पहनना एक उपाय है। असली रत्न काफी मूल्यवान होते हैं जो कि आम लोगों की पहुंच से दूर होते है। इसी वजह से कई लोग रत्न पहनना तो चाहते हैं, लेकिन धन अभाव में इन्हें धारण नहीं कर पाते हैं। ज्योतिष के अनुसार रत्नों से प्राप्त होने वाला शुभ प्रभाव अलग-अलग ग्रहों से संबंधित पेड़ों की जड़ों को धारण करने से भी प्राप्त किया जा सकता है।




1. सूर्य ग्रह के लिए

सूर्य के लिए बेलपत्र की जड़ धारण करे । यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो सूर्य के लिए माणिक रत्न बताया गया है। माणिक के विकल्प के रूप में बेलपत्र की जड़ लाल या गुलाबी धागे में रविवार को धारण करना चाहिए। इससे सूर्य से शुभ फल प्राप्त किए जा सकते हैं।




2. चंद्र ग्रह के लिए

चन्द्र के लिए खिरनी की जड़ धारण करे । चंद्र से शुभ फल प्राप्त करने के लिए सोमवार को सफेद वस्त्र में खिरनी की जड़ सफेद धागे के साथ धारण करें।




3. मंगल ग्रह के लिए

मंगल के लिए अनंतमूल की जड़ धारण करे । मंगल ग्रह को शुभ बनाने के लिए अनंत मूल या खेर की जड़ को लाल वस्त्र के साथ लाल धागे में डालकर मंगलवार को धारण करें।




4. बुध ग्रह के लिए

बुध के लिए विधारा की जड़ धारण करे । बुधवार के दिन हरे वस्त्र के साथ विधारा (आंधी झाड़ा) की जड़ को हरे धागे में पहनने से बुध के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं।




5. गुरु ग्रह के लिए

गुरु के लिए केले की जड़ धारण करे । गुरु ग्रह अशुभ हो तो केले की जड़ को पीले कपड़े में बांधकर पीले धागे में गुरुवार को धारण करें।




6. शुक्र ग्रह के लिए

शुक्र के लिए गुलर की जड़ धारण करे । गुलर की जड़ को सफेद वस्त्र में लपेट कर शुक्रवार को सफेद धागे के साथ गले में धारण करने से शुक्र ग्रह से शुभ फल प्राप्त होते हैं।




7. शनि ग्रह के लिए

शनि के लिए शमी की जड़ धारण करे । शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शमी पेड़ की जड़ को शनिवार के दिन नीले कपड़े में बांधकर नीले धागे में धारण करना चाहिए।




8. राहु ग्रह के लिए

राहू के लिए सफ़ेद चन्दन का टुकड़ा धारण करे । कुंडली में यदि राहु अशुभ स्थिति में हो तो राहु को शुभ बनाने के लिए सफेद चंदन का टुकड़ा नीले धागे में बुधवार के दिन धारण करना चाहिए।




9. केतु ग्रह के लिए

केतु के लिए अश्वगंधा की जड़ का टुकड़ा धारण करे । केतु से शुभ फल पाने के लिए अश्वगंधा की जड़ नीले धागे में गुरुवार के दिन धारण करें।




जब हमे नवग्रह से सबंधित जड को धारण करना हो तो उसको प्राण-प्रतिष्ठित करने से कई गुना फल प्राप्त किया जा सकता । मै यहा विधान दे रहा हु जो आपके लिये लाभदायक होगा।


संकल्प-

दाहिने हाथ मे जल,अक्षत व कुंकुम लेकर संकल्प कीजिये

ॐ विष्णु र्विष्णु र्विष्णु: श्री मदभगवतों महाप्रभावस्य द्वितीय परार्धे श्वेतवारहकल्पे भरतखण्डे पुण्य क्षेत्रे, अमुक गोत्रीय(अपना गोत्र बोले) अमुक शर्माहं (अपना नाम बोले) अद्द अमुक (जड़ का नाम बोले) जड अमुक (ग्रह का नाम बोले) ग्रह प्रित्यर्थे प्राण-प्रतिष्ठा करिष्ये ॥



विनियोग-

अस्य श्री प्राण-प्रतिष्ठा मंत्रस्य ब्रह्मा-विष्णु-रूद्रौ ऋषी ऋज्ञजु: सामानिच्छदासी  प्राणख्या देवता । ॐ आं बीजं ह्रीं शक्ति: क्रां कीलकं यं रं लं वं शं षं सं हं हं स: एत: शक्तय: प्रतिष्ठापन विनियोगा: ॥



मंत्र का कम से कम २१ बार जाप करे या १०८ बार,जाप करते समय जड़ को स्पर्श कर सकते है ।



ॐ आं ह्रीं क्रों यं रं लं वं शं षं सं हं स: देवस्य प्राणा: इह प्राणा: पुरुच्चार्य देवस्य सर्वेनींद्रयानी इह:। पुरुच्चार्य देवस्य त्वक्पाणि पाद पायु पस्थादीनी इह: । पुरुच्चार्य देवस्य वाड मनुश्चक्षु: श्रोत्र घ्राणानि इहागत्य सुखेन चीरं तिष्ठतु स्वाहा ॥



यह विधान करने के बाद जड़ को धारण करें।इन जड़ों को धारण करने से पूर्व किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श अवश्य कर लेना चाहिए।




आदेश.....