pages

2 Feb 2014

ITAR YONIYA-YAKSHINI & BOOT..........


औघड़ गोलक के साथ आपको होली का बभूत भेजा जा रहा है और गोलक को हमेशा बभूत मे ही रखना है अन्यथा आपको परेशानी हो सकता है क्यूके गोलक के साथ हमेशा शक्तिया घूमता-फिरता रहेता है जिन पर उनको बभूत मे रखने से काबू पाया जाता है,आपको इस के ऊपर किया जाने वाला हर साधना भेजा जाएगा अभी तो सिर्फ 2 साधना ये भेज रहा हु,आप जब भी साधना करे तो आपको औघड़ गोलक को जब भी साधना मे स्थापित करना हो तो आप चावल या कोई भी बभूत का ढेरी बनाये और उसिपे औघड़ गोलक को स्थापित कीजिये,साधना के समय गोलक का भी पूजन आवश्यक है,पूजन सामान्य पद्धती से करना है सिर्फ जल चढाना वर्जित है॰गोलक को सिर्फ साधना काल मे ही स्थापित रखिये बाकी समय बभूत के साथ डिब्बिया मे रखिये अगर आपको महसूस हो रहा हो के आपके उपर किसी प्रकार का तंत्र-मंत्र का बाधा है तो थोडासा बभूत डिब्बिया से निकाल कर अपने आपको या फिर पीड़ित को बभूत का तिलक महामृत्युंजय मंत्र बोलकर करे तुरंत असर होगा,तिलक शाम को गौधूलि वेला मे करना आवश्यक है बाकी समय मे करने से असर धीमा होता है कार्य पूर्ति के बाद किसी गरीब को कुछ दान कर दीजिये तो आपको भी अच्छा लगेगा और हा अगर घर के ऊपर तंत्र-मंत्र का बाधा हो तो बभूत को एक ग्लास पानी मे मिलाकर पूरे घर मे जल के छीटे लगा दीजिये समय गौधूलि वेला ही होगा.............विशेष कार्य को जाते समय अपना कामना गोलक को स्पर्श करते हुये बोलिये और कार्य को सम्पन्न कीजिये फायदा मिलेगा॰



===========================================================================


यक्षिणी साधना

--------------------

इस साधना से 100% यक्षिणी प्रत्यक्ष होती है और आप का कामना पूर्ण करती है,यह साधना किसी भी शुक्रवार से आप कर सकते है,साधना पाच दिवसीय है इसमे आपको प्रथम और आखरी दिवस अनार का बली देना है और रोज लड्डू का भोग लगाना है,जब यक्षिणी प्रत्यक्ष हो तो उसके हाथ मे एक लड्डू देना है,साधना काल मे आपको कर्पूर का सुगंध आयेगा तो समज जाना चाहिये के आप साधना मे सफल हो रहे हो,यह साधना आपको आपको 1-2 बार करने से पूर्ण सिद्ध हो सकती है,मंत्र भी आसान है जो तांन्त्रोक्त बीजो से युक्त अघोर है जो इस दुनिया के किसी भी किताब से प्राप्त नहीं हो सकता है,गुर परंपरा से मंत्र अभी भी गोपनिय है जिसे औघड़ गोलक के साथ आपको भेज रहा हु आपका ई-मेल चेक कीजियेगा,इस साधना मे कोई भी गलती ना होने दीजिये रोज 21 माला जाप रात्रि मे 10:30 बजे से शुरुवात करना है,गोलक को चावल के ढेरी पर स्थापित करके उसको देखते हुये मंत्र जाप कीजिये,माला रुद्राक्ष का चाहिये,साधना काल मे सत्य बोले किसिका दिल ना दुखाये और यक्षिणी को प्रत्यक्ष करने मे आप अपना 100% दीजिये पूरे लगन से साधना कीजिये,परिणाम का चिंता ना कीजिये सिर्फ साधना के सफलता पर ध्यान दीजिये,यह एक जादुई मंत्र है जिसका असर बहोत गज़ब का है,इस साधना से जहा यक्षिणी प्रत्यक्ष होती है वही साधक का कुंडलीनि भी जाग्रत होता देखा गया है और असंभव से संभव मनोकामना भी पूर्ण होता है,चाहे मनोकामना प्रेम के प्रति हो या रोजगार के प्रति हो पूर्ण तो होता ही है॰कोई भी साधना के प्रति परेशानी हो तो कॉल कीजियेगा.............


===========================================================================


भूत सिद्धि साधना

--------------------------


यह बहोत आसान सा साधना है जिसे 11 दिन तक करना है और सिर्फ 21 माला मंत्र जाप करना है इसमे भी लड्डू को भोग लगाना है और जब भूत प्रत्यक्ष हो तो उससे वचन मांगे जो भी आप चाहते है,इस साधना से अन्य देवी-देवता के दर्शन प्राप्त करने मे बहोत मदत मिलता है यह एक कटु सत्य है उन लोगो के लिए जो भूत साधना को खराब मानते है,जहा देवी-देवता के दर्शन के लिए साधक व्यर्थ ही कई वर्ष लगा देते जहा की भूत के माध्यम से यह कार्य कुछ ही महीनो मे हो जाता है,दिशा-दक्षिण आसन-वस्त्र काले रंग के हो समय रात्रि मे 10 बजे के बाद,साधना के लिए आवश्यक सामग्री एक मट्टी का दिया,सरसो का तेल,काजल और चावल,औघड़ गोलक॰साफेद वस्त्र पर काले रंग के काजल से पुरुष आकृति बनाना है,इस वस्त्र को चावल के ऊपर स्थापितकरना है,आकृति मे पुरुष के हृदय पर औघड़ गोलक स्थापित कीजिये और गोलक को देखते हुये मंत्र जाप करना है,साधना समाप्ती के बाद लड्डु गरीबोमे बाट दे और सफ़ेद वस्त्र को जल मे प्रवाहित कर दे॰ यह मंत्र भी किसी भी किताब से प्राप्त नहीं हो सकता है और साधना अच्छे कार्यो को सम्पन्न करवाने के लिए कीजिये अन्यथा आपके हानी का जिम्मेदार मै नहीं हु बाकी साधना हेतु मै गारंटी लेता हु॰साधना से पूर्व एक बार मुजसे संपर्क कीजियेगा,बाकी सूत्र भी बता दुगा..............




श्री-सदगुरुजीचरनार्पणमस्तू..............