मेरी गुरु दीक्षा देने की इच्छा हो रही है परंतु गुरु बनने की इच्छा नही है । दीक्षा मैं देने के लिए तय्यार हु और आपको गुरु मंत्र गोरखनाथ जी का दिया जाएगा इसलिए आपके गुरु गोरखनाथ जी ही होंगे । गुरु मंत्र नाथ सम्प्रदाय का है जो एक रहस्यमयी मंत्र है,इस मंत्र का रहस्य जो भी साधक जानेगा वही गुरु गोरखनाथ जी को प्रसन्न कर दर्शन का अवसर प्राप्त करेंगा ।
आपको मुझे जो भी गुरु दक्षिणा देने की इच्छा है वह आप अपनी क्षमता नुसार दे सकते है और मैं आपसे किसी भी प्रकार की गुरु दक्षिणा धन स्वरूप में अपने मुख से नही मांगूगा यह मैं आप सभी को वचन देता हूं । अगर कोई 1 रुपया देने की क्षमता रखता हो तो दे सकता है,मैं उस साधक को यह नही कहूंगा के मुझे हजार रुपया चाहिए क्योंकि जो भी साधक देना चाहे वह अपने स्व-ईच्छा से दे सकता है । यह बात हुई आपके धन स्वरूप में गुरु दक्षिणा देने की,अब बात करेंगे के मुझे आपसे गुरुदक्षिणा में क्या चाहिए?
मैं चाहता हु विधिवत मुझसे गुरु गोरखनाथ जी का साबर गुरु मंत्र ग्रहण करने हेतु आप लोग मुझे मेरी मनचाही दक्षिणा दे और यह दक्षिणा है के "आप सभी साधक जो मंत्र ग्रहण करेंगे वह 5,7,9,11....इस संख्या में पौधे लगाए और ऐसे पौधे लगाए जो भविष्य में विशाल वृक्ष बने"।
आपका पौधे लगाना और उस पौधे की देखभाल करना ही मेरे लिए सर्वोच्च गुरु दक्षिणा है,यह गुरुदक्षिणा आपसे पाकर मैं संतुष्ट हो जाऊंगा और नवनाथ भगवान से आपके लिए मंगलकामनाये करूंगा । 5 या 5 से ज्यादा पौधे लगाने का आपका कार्य आपके लिए गुरु आज्ञा है और शिष्यों को गुरु आज्ञा का उल्लंघन कभी भी नही करना चाहिए । बात सिर्फ यही समाप्त नही होगी,आपको आगे भी जीवन मे मंत्र साधनायें दी जाएगी और हर मंत्र साधना की मैं आपसे दक्षिणा मांगूगा और मैं वचन देता हूं के "हर बार आपसे दक्षिणा में पौधे लगवावउँगा",जो भी साधक मुझे इस प्रकार की दक्षिणा देना चाहता हो वही मुझसे गुरुदीक्षा प्राप्त करे अन्यथा आजकल मार्केट में गुरु तो ढेरो सारे पड़े है इसमें कोई यूट्यूब पर शराब पीकर अघोरी बनकर गालियां दे रहा है,तो कोई काले-पीले-लाल वस्त्र पहनकर एक दूसरे की बुराईया कर करकर अपनी महानता साबित कर रहा है,तो कोई गुरु हजारों रुपए दक्षिणा में मांगकर गुरुदीक्षा दे रहा है ।
अभी भी समय है,गुरु की पहेचान ना हो तो कम से कम गुरु को पहचानने की कोशिश करो । गुरु गोरखनाथ जी जैसे गुरु मिल जाये तो मूर्खो के पीछे भागने की जरूरत नही पड़ेगी । जितने भी सोशल मीडिया के गुरु है उसमें शायद ही 1-2% गुरु सच्चे होंगे अन्य तो बैठे है अपनी-अपनी दुकान खोलकर और आप भी उनके ग्राहक बनने का आनंद ले रहे हो,ऐसा आनंद किसी काम का नही है । शिष्य बनो साधक बनो तो ऐसा बनो के जीवन की प्रत्येक चुनौती को आसानी से स्वीकार करके सफलता प्राप्त कर सको ।
श्वेताश्वतरोपनिषद ६.२३ "गुरु ही भक्त या साधक को दिव्य भक्ति (प्रेमानंद, दिव्यानंद) प्रदान करते है" अर्थात गुरु के माध्यम से ही दिव्य भक्ति (प्रेमानंद, दिव्यानंद) मिलता है। वेद कहता है ब्रह्मविद्या उपनिषद् ३१ "केवल गुरु की भक्ति करने पर लक्ष (प्रेमानंद, दिव्यानंद) की प्राप्ति हो जाती है" । भागवत ११.२६.३४ में भगवान कहते है कि "गुरु मेरा इष्ट देव है, मेरा बंधु है मेरी आत्मा है, वह मैं ही हूँ और मैं गुरु की भक्ति करता हूँ" तो ऐसे होते है गुरु और आपको गुरु गोरखनाथ जी से समर्थ गुरु ओर कौन चाहिए?
गुरु मंत्र प्राप्त करने हेतु आपको तीन काम करने है-
१-स्व-इच्छा से क्षमता नुसार गुरु दक्षिणा देनी है,चाहे 1 रुपया ही दे दो परंतु दक्षिणा देना तो आवश्यक कार्य है,इसके लिए आप paytm कर सकते हो या फिर मुझसे बैंक अकाउंट डिटेल्स प्राप्त कर लो ।
२-मेरी मनचाही दक्षिणा मुझे दो मतलब पौधे लगाने है ।
३-मुझे मेरे व्हाट्सएप पर आपका फ़ोटो और नाम भेजना है ।
यह तीन कार्य अगर आप लोग कर सकते हो तो अवश्य मुझसे संपर्क करना अन्यथा मार्केट में गुरुओं की कोई कमी नही है और अन्य गुरुओं से मेरा कोई वाद-विवाद नही है ओर नाही कोई मित्रता है परंतु मुझ में कितना सामर्थ्य है यह अन्य गुरु अच्छेसे जानते है ।
2013 में ब्लॉग बनाया था तब से लेकर आज तक कभी किसी को गुरुदीक्षा देने की मेरी इच्छा नही हुई है परंतु गुरुदीक्षा के नाम पर जो पाखंड देखने को मिल रहा है वह दुःखदायी है,इसलिए मेरा यह एक कदम आपको नाथ सम्प्रदाय से जोड़ना और गुरुदीक्षा के माध्यम से गुरुमंत्र के माध्यम से गुरु के भक्ति की शक्ति क्या हो सकती है यह दिखाने हेतु है ।
आप सभी का मैं स्वागत करता हु जीवन में एक नए मार्ग पर आने के लिए......
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